भारत में कोरोना वायरस का कहर जारी है। इसी जारी कहर के बीच सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: ऑक्सीजन के गहराते संकट, बेड की कमी, वैक्सीन की किल्लत को देखते हुए संज्ञान लिया था। सुप्रीम कोर्ट ने आज इस मामले में सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट ने इस महामारी का राष्ट्रीय आपदा कहा है। एसी का कहना है कि इसमें मूकदर्शक बने नहीं रह सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि इसके लिए हमें रणनीति बनानी होगी। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र की सरकार की ओर पक्ष रखने वाले सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से पूछा कि केंद्र ने इस पर क्या कदम उठाए हैं और क्या योजना बनाई है। इन सबके बारे में विस्तार से जानकारी दीजिए।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि बीते हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना को राष्ट्रीय आपातकाल करार दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र की मोदी सरकार से ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय योजना पेश करने को कहा था। कोर्ट ने राज्य सरकारों से गुरुवार तक स्वास्थ्य ढांचों पर विस्तृत रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। अब मामले की अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी।