Post Views: 816 डा. भरत झुनझुनवाला आगामी वर्षके बजटमें वित्तमंत्रीने एक महत्वपूर्ण घोषणा यह की है कि दो सार्वजनिक बैंकोंका निजीकरण किया जायगा। अबतक सरकारकी नीति सरकारी कम्पनियोंके आंशिक शेयरोंको बेचनेकी रही है। इस प्रकारके विनिवेशसे कम्पनियोंपर नियन्त्रण एवं उनके प्रबंधनकी जिम्मेदारी सरकारी अधिकारियोंकी ही रहती है। इसके विपरीत निजीकरणमें सरकारी इकाईके कंट्रोलिंग शेयर किसी […]
Post Views: 975 सदानन्द शास्त्री सनातन धर्मके विभिन्न ग्रंथोंमें अनेक रहस्य छिपे हैं। भविष्यका दूसरा नाम है संघर्ष, हृदयमें आज इच्छा होती है और यदि पूर्ण नहीं होती तो हृदय भविष्यकी योजना बनानेमें लग जाता है भविष्यमें इच्छा पूरी होगी ऐसी कल्पना करता रहता है किंतु जीवन न तो भविष्यमें न तो अतीतमें है जीवन […]
Post Views: 541 डा. भरत झुनझुनवाला किसी समय इंग्लैंडमें एक अमीर थे रॉत्सचाइल्ड। इनकी कई देशोंमें व्यापारकी शाखाएं थी। यदि किसी व्यक्तिको एक देशसे दूसरे देश रकम पहुंचानी होती थी तो वह ट्रांसफर रॉत्सचाइल्डके माध्यमसे सुरक्षापूर्वक हो जाता था। जैसे मान लीजिए आपको दिल्लीसे मुम्बई रकम पहुंचानी है। आपने रॉत्सचाइल्डके दिल्ली दफ्तरमें एक लाख चांदीके […]