Post Views: 604 अभिजीत मुखोपाध्याय देशमें इंफ्रास्ट्रक्चर एवं विकास परियोजनाओंके लिए वित्तीय संसाधन जुटाने हेतु राष्ट्रीय बैंककी स्थापनाकी घोषणा सराहनीय पहल है। इस संबंधमें दो पहलुओंपर चर्चा जरूरी है। कोरोना महामारीके कारण संकटग्रस्त अर्थव्यवस्थामें सुधारके लिए खर्च बढ़ाना आवश्यक है और इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर एक उचित माध्यम है। इस क्षेत्रमें अधिक खर्च करनेकी मांग भी […]
Post Views: 557 कोरोनासे गम्भीर रूपसे आक्रांत ब्राजीलका एक छोटा शहर सेरेना है, जिसकी आबादी मात्र ४५ हजार है। सेरेनामें ९५.७ प्रतिशत लोगोंका टीकाकरण हुआ है और यह शहर पूरी तरहसे संक्रमण मुक्त है। सेरेना विश्वके लिए न केवल एक प्रेरक नजीर है, बल्कि इस शहरने यह भी सन्देश दिया है कि टीकाकरण हर व्यक्तिका […]
Post Views: 401 डा. बी.दास ‘शास्त्र क्या वस्तु है’ ‘शास्त्र’ शब्द से जो ग्रंथ आजकल समझे जाते हैं, वे सब, किसी न किसी मानवकी बुद्धिसे ही उत्पन्न हुए हैं। गीताके द्वितीय अध्यायमें बुद्धिकी महिमाका गीत है। जितनी बार बुद्धि शब्दका प्रयोग गीतामें हुआ है, उतनी बार केवल आत्मा और अहं (मा, मे, मम) का हुआ […]