मुंबई। स्किल इंडिया मिशन के तहत कौशल विकास और रोजगार निर्माण के क्षेत्र में भारत को आगे बढ़ाने और निजी क्षेत्र की भागीदारी के माध्यम से स्किल इंडिया कार्यक्रम को एक नई गति प्रदान करने के उद्देश्य से टाटा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल्स का मुंबई में प्रशिक्षण का पहला बैच माननीय कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री, डॉ. महेंद्रनाथ पाण्डेय ने वर्चुअल माध्यम से लॉन्च किया। यह संस्थान कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय, भारत सरकार और टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्किल्स की एक संयुक्त पहल है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल्स की स्थापना के लिए 11 नवंबर, 2020 को कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय और टाटा एजुकेशनल एंड डेवलपमेंट ट्रस्ट के बीच औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। टाटा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल्स में पहला बैच फैक्टरी ऑटोमेशन में दो जॉब रोल में शुरू किया है, जिसमे प्रशिक्षु के प्रीक्वालिफिकेशन प्रोफाइल के आधार पर, 1 से 4 सप्ताह तक की अवधि के साथ प्रशिक्षण शुरू किया जायेगा । यह संस्थान शुरुआती लॉन्च चरण के दौरान आकर्षक शुल्क विकल्पों के साथ पहले 100 छात्रों को छात्रवृत्ति भी प्रदान करेगा। पहले आने वाले 100 छात्रों / प्रशिक्षुओं के लिए 75त्न की छात्रवृत्ति योजना की भी घोषणा की गई है। लॉन्च इवेंट में बोलते हुए, डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय ने कहा, विभिन्न क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाली तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से एवं स्किल इंडिया में निजी क्षेत्रीय की सक्रिय भागेदारी बढ़ाने हेतु, पिछले साल बुनियादी ढांचे की नींव रखी गई थी और आज आईआईएस मुंबई के अपने पहले सेट के लॉन्च के साथ, मैं गर्व के साथ कह सकता हूँ कि हम अपने माननीय प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी के भारत को विश्व की कौशल राजधानी बनाने के विजऩ को प्राप्त करने के बहुत करीब आ रहे हैं। देश में शिक्षा के अन्य प्रमुख केंद्रों के नक्शेकदम पर चलते हुए, आईआईएस मुंबई भविष्य के लिए तैयार कार्यबल को बनाने में मदद करने के लिए विश्व स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान करने में सहायक होगा। मैं स्किल इंडिया मिशन को समर्थन देने के लिए महाराष्ट्र सरकार और टाटा समूह के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं और मुझे आशा है कि यह सहयोग राज्य के युवाओं को जॉब सीकर से जॉब क्रिएटर में बदल देगा।