लखनऊ, । क्रिकेट के तीनों फार्मेट में शतक लगाने का गौरव प्राप्त करने वाले सुरेश रैना के पिता त्रिलोक चंद रैना का रविवार को निधन हो गया। लम्बे समय से कैंसर से पीड़ित त्रिलोक चंद रैना की तबीयत दिसंबर से काफी खराब हो गई थी। सुरेश रैना गाजियाबाद में अपने निवासी में ही पिता की सेवा में लगे थे।
बीमार चल रहे कश्मीरी पंडित त्रिलोक चंद रैना ने रविवार को दिन में गाजियाबाद के राजनगर में अपने आवास पर अंतिम सांस ली। उनके निधन पर क्रिकेट जगत काफी शोकाकुल है। त्रिलोकचंद रैना भारतीय सेना में आर्डिनेंस फैक्ट्री में कार्यरत रहे। उनका पैतृक गांव केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के रैनावारी में है। 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों की हत्या के बाद उनके पिता ने गांव छोड़ दिया था। इसके बाद यह लोग गाजियाबाद के मुरादनगर आ गए। उनके दो पुत्र दिनेश तथा सुरेश और दो पुत्रियां हैं। सुरेश रैना ने तीन अप्रैल 2015 को प्रियंका से शादी की। उनकी एक बेटी और एक बेटा है।
कश्मीरी पंडित त्रिलोक चंद रैना काफी मेहनतकश शख्स थे। कम वेतन के बाद भी उन्होंने बच्चों को अच्छी परिवरिश दी। सुरेश रैना प्रतिभाशाली क्रिकेट खिलाड़ी थे। उनके पिता के पास उनको महंगी क्रिकेट अकादमी में भेजने के लिए पर्याप्त धन नहीं थी। उन्होंने बेटे का दाखिला 1998 में लखनऊ के गुरु गोबिंद सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में दाखिला लिया। इसके बाद उनके बेटे ने उनको गौरवांवित किया।