खगड़िया (आससे)। खगड़िया के जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने टीकाकरण को बढ़ावा देने और इसके प्रति लोगों में विश्वास पैदा करने के उपायों पर चर्चा करने के लिए लिए मकतब शिक्षकों से अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में बैठक की एवं उनसे सुझाव प्राप्त किए। बैठक के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी राजदेव राम के साथ शिक्षक नेतागण भी मौजूद थे और मकतब शिक्षकों के साथ उन्होंने भी अपना सुझाव साझा किया और जिलाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशों को अमल में लाने का आश्वासन दिया।
जिलाधिकारी ने उपस्थित मकतब शिक्षकों को जानकारी दी की कोरोना का टीका पूर्णतया सुरक्षित है और उन्होंने स्वयं यह टीका लिया है। टीका लगने से कोरोना होने पर भी मरीज की स्थिति गंभीर नहीं होती और जान के जोखिम का खतरा नहीं रहता। टीका लेने पर कुछ लोगों को बुखार हो सकता है, किंतु यह दर्शाता है कि शरीर में एंटीबॉडी बनने की प्रक्रिया चालू हो गई है। 18 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग के प्रत्येक व्यक्ति को समाज हित में टीका अवश्य लेना चाहिए। टीका लगाने से हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है जो कोरोनावायरस से हमारे शरीर की रक्षा करता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना टीका के प्रति कुछ लोग समाज में अफवाह, दुष्प्रचार एवं भ्रांतियां फैला रहे हैं, जोकि वैज्ञानिक धारणाओं से परे हैं, इनका कोई आधार नहीं है। टीका लेने से किसी की जान नहीं जाती, हां व्यक्ति अन्य बीमारियों से पीड़ित रहने पर मृत्यु का शिकार हो सकता है। जिलाधिकारी ने उपस्थित मकतब शिक्षकों को जानकारी दी कि हज करने वाले यात्रियों के लिए टीका का दोनों खुराक लिया जाना अनिवार्य है। इससे समझा जा सकता है कोरोना टीका के प्रति अच्छी धारणा सभी देशों में है और इसे लिया जाना सभी के लिए जरूरी है।
मकतब शिक्षकों ने सुझाव दिया की मस्जिदों के मौलवियों एवं धर्म गुरुओं के साथ बैठक कर उन्हें इस कार्य हेतु तैयार किया जा सकता है उनके द्वारा अपील किए जाने पर बहुत बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग टीका लगवाने के लिए प्रेरित होंगे, उनकी अपील का व्यापक प्रभाव पड़ेगा। इस पर जिलाधिकारी ने अलग से मौलवियों की बैठक बुलाने पर सहमति जताई और जिला शिक्षा पदाधिकारी को इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।
मकतब शिक्षकों ने तालिमी मरकज के लोगों द्वारा भी समुदाय के लोगों को टीकाकरण हेतु प्रेरित करने का सुझाव दिया। मकतब शिक्षकों ने दलित महादलित बस्तियों में भी टीकाकरण के प्रचार प्रसार का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि कि हम शिक्षकों के परिवारजनों के लिए एक कार्यक्रम आयोजित करना चाहते हैं, जिनमें उनका टीकाकरण कराया जाए।
बैठक में रसोइयों के भी टीकाकरण कराने का सुझाव आया। रसोइयों में टीकाकरण के प्रति भ्रांतियां हैं। इस पर जिलाधिकारी महोदय ने निर्देश दिया कि बाढ़ प्रवण पंचायतों में सभी रसोइयों का टीकाकरण कराया जाएगा ऐसे क्षेत्रों में बाढ़ राहत केंद्रों को चलाने के लिए रसोइयों की आवश्यकता होगी और उनकी सुरक्षा आवश्यक है। जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि सभी रसोइयों को टीकाकरण हेतु प्रेरित करें।
बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी राजदेव राम, डीपीओ समग्र शिक्षा शिवकुमार शर्मा सहित शिक्षा विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।