उत्तर प्रदेश वाराणसी

गंगा घाट क्षेत्र ‘नो फ्लाई जोनÓ घोषित देव दीपावली पर ड्रोन रहेगा प्रतिबंधित


.सीपी और डीएम ने की संयुक्त बैठक, विभिन्न विभागों के अधिकारियों को दिया आवश्यक निर्देश
काशी की देव दीपावली के दृष्टिïगत गंगा घाट के इलाके को नो फ्लाई जोन घोषित किया है साथ ही ड्रोन कैमरा उड़ाने के लिए पुरी तरह से प्रतिबन्धित किया है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल और जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को सीपी कैम्प कार्यालय पर पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ हुए संयुक्त बैठक में कहा कि देव दीपावली पर्व बिजली विभाग, नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, पर्यटन तथा सूचना विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर देव दीपावली आयोजन के दौरान निर्बाध व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। वहीं नौका संचालन के साथ बैठक कर निर्धारित सवारी सीमा, लाइफ जैकेट अनिवार्य, प्रयोग और अनुभवी नाविकों द्वारा नाव संचालन कराया जायेगा। गंगा नदी क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए फ्लोटिंग डिवाइडर्स लगाये गये है। जिसमें वीआईपी आगमन, भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा, नौका संचालन, यातायात एवं कानून-व्यवस्था से जुड़ी सभी तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की गयी। देव दीपावली के दौरान निर्बाध व्यवस्था हेतु विद्युत, नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य, पर्यटन एवं सूचना विभाग से समन्वय बनाये रखने पर बल दिया गया। श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु सभी घाटों पर बैरिकेडिंग, स्पष्ट प्रवेश-निकास मार्ग एवं पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जा रही है। नौका संचालन में सुरक्षा मानकों का पालन, फ्लोटिंग डिवाइडर्स से आवागमन पृथक्करण, एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की तैनाती, डीएफएमडी व्यवस्था, वॉच टावर, पी.ए. सिस्टम और क्यूआरटी की सक्रियता सुनिश्चित की गयी है। साथ ही, सीमावर्ती जनपदों से यातायात समन्वय, ई-रिक्शा नियंत्रण एवं अतिक्रमण विरोधी अभियान तथा अग्निशमन उपकरणों की कार्यशीलता जांचते हुए सभी दलों को अलर्ट मोड में रखा गया है। इस गोष्ठी के दौरान पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
शीतला घाट और दशाश्वमेध घाट पर चार ड्रोन कैमरे उड़ने से हड़कम्प

दशाश्वमेध थाना प्रभारी ने लिया संज्ञान में छापेमारी, चार ड्रोन कैमरे जब्त, विधिक काररवाई में जुटी पुलिस
दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के शीतला घाट और दशाश्वमेध घाट पर सोमवार की रात्रि में एक साथ चार ड्रोन कैमरे उड़ाये जाने से हड़कम्प मच गया। घाट के नाविकों ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे दशाश्वमेध थाना प्रभारी निरीक्षक उपेन्द्र प्रताप सिंह भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों घाटों पर जाकर मौके से चार ड्रोन कैमरे को लेकर थाने पहुंचे और उसे जब्त कर लिया। वहीं संवेदनशील इलाके में देव दीपावली से पूर्व ड्रोन कैमरे उड़ाने वालों के विरुद्ध विधिक काररवाई में जुटी है। मामला यू है कि देवदीपावली की तैयारी में पुलिस और जिला प्रशासन जुटा है ऐसे में प्रतिबंधित इलाके में ड्रोन कैमरा उड़ाने के लिए पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने प्रतिबंधित किया है। ऐसी स्थिति में सोमवार की रात्रि में आठ बजे के लगभग दोनों घाटों पर दो-दो ड्रोन कैमरे आकाश में उड़ते हुए लोगों ने देखा तो लोगों ने तत्काल इसकी सूचना दशाश्वमेध थाना प्रभारी निरीक्षक उपेन्द्र प्रताप सिंह को दी। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस उच्चाधिकारियों को देने के बाद मौके पर पहुंचे और गंगा नदी के ऊपर उड़ रहे ड्रोन कैमरे को कड़ी मशक्कत के बाद लोगों की मदद से अपने कब्जे में ले लिया। जबकि ड्रोन कैमरा उड़ाने वालों के पास कोई अनुमति नहीं थी। सभी से थाने में कड़ी पूछताछ की गयी है।