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- मुंख्य अभियुक्त के प्रेमिका से फोन पर बात करना पड़ा महंगा
- हत्या में शामिल चार आरोपी गिरफ्तार
- घटना में प्रयुक्त खून लगा पसूली बरामद
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गया। बीते सप्ताह हुए चंदौती थाना अंतर्गत ग्राम चिरैयाटांड़ के 35 वर्षीय युवक संजय पासवान हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन करने में सपफ़लता हासिल कर ली है। गुरुवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए एसएसपी आदित्य कुमार ने इस संबंध में जानकारी दी और बताया बीते 10 जुलाई को चन्ना चमंडी मोड़ के समीप चौकीदार स्व. रत्न पासवान के पुत्र संजय पासवान की गला रेतकर हत्या करने मामले में उद्भेदन एसआईटी की टीम द्वारा कर लिया गया है।
हत्याकांड के मुख्य आरोपित बिंदू पासवान ऊर्फ जितेंद्र पासवान सहित हत्या में शामिल चार साथियों की गिरफ्तारीकर ली गई है। पकड़े गए अपराधियों के पास से मृतक का मोबाइल पफ़ोन सहित घटना में प्रयुक्त खून लगा हुआ धारदार पसूली और तीन दोपहिया वाहन बरामद किए गए हैं।
एसएसपी आदित्य कुमार ने बताया कि बीते शनिवार की सुबह चंदौती थाना क्षेत्रके चन्ना चमंडी मोड़ के समीप संजय पासवान की लाश पैर हाथ बांधकर बोरेमें बंदकर सड़क किनारे अर्ध निर्मित नाले से स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिसने बरामद किया था। कांड के उद्भेदन के लिए एक एसआईटी की टीम गठितकी गई थी। टीम में विधि व्यवस्था डीएसपी संजीत प्रभात, चंदौती थाना अध्यक्ष मोहन कुमार सिंह, चाकंद थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार, टेक्निकल सेल के पदाधिकारी एवं सिपाही गौतम कुमार को शामिल किया गया।
टीम द्वारा मृतक के मोबाइल फोन जो प्रेतशिला पहाड़ जहां पर मृत शरीर पाया गया था के तकनीकी विश्लेषण एवं अनुसंधान के क्रम में यह बात प्रकाश में आया कि मृतक के मोबाइल पर बिंदु पासवान ऊर्फ जितेंद्र द्वारा फ़ोन करके बुलाया गया एवं घटना को अंजाम दिया गया। इसी क्रम में गया-पंचानपुर मुख्य मार्ग जमूने के पास से घेराबंदी करते हुए मुख्य आरोपित बिंदु पासवान ऊर्फ जितेंद्र एवं शिव पासवानको गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए दोनों की निशानदेही पर पिंटू पासवान और मनीष मांझी को गिरफ्तार कर लिया गया। सघन पूछताछ के क्रम में अपराधियों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकारी।
मुख्य आरोपी बिंदु पासवान ने पूछ-ताछ के दौरान बताया की मृतक संजय पासवान उसकी प्रेमिका से फोनपर बात किया करता था। बिंदु और उसके भाई शिव पासवान संजय पासवान को बराबर मना किया करते थे। इसके बावजूद भी संजय कथित महिला से बातचीत करना बंद नहीं किया। इस कारण संजय पासवान को टारगेट कर लिया गया और उसकी हत्या की योजना बनाई गई।
योजना के अनुसार बिंदु ने अपने मोबाइल से संजय पासवान को फोन करके प्रेतशिला पहाड़ कालोनी में मीट पार्टी का झांसा देकर बुलाया और पार्टी के दौरान बिंदु पासवान, शिव पासवान, पिंटू पासवान, मनीष मांझी एवं अन्य दो लोगों ने संजय पासवान को जमीन पर पटक कर धारदार पसूली से गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। एसएसपी आदित्य कुमार ने इस आशय की जानकारी देते हुए बताया कि घटना में संलिप्त अन्य दो लोगों की तलाश की जा रही है उनकी गिरफ्तारी जल्दी कर ली जाएगी।
ग़ौरतलब है कि मृतक संजय पासवान के पिता रत्न पासवान चंदौती थाना में चौकीदार थे और वर्ष 2002 में किसी गंभीर बिमारी के कारण उनकी मौत हो गई। तबसे अब तक संजय पासवान थाना के लिए एसपीओ का काम करता आ रहा था। गौरतलब हो कि बीते वर्ष 2018 से चंदौती थाना का एसपीओ चंदन कुमार अब तक लापता है उसका कोई सुराग अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लग सका है। उसकी अपहरण कर हत्या की आशंका को लेकर चंदन के परिजनों द्वारा केस दर्ज कराया गया था जिसमें स्थानीय पुलिसको किसी प्रकार का सुराग अब तक नहीं जुटा सकी है।