पटना

गया: कोविड को लेकर जनप्रतिनिधियों के साथ डीएम ने की वर्चुअल मीटिंग


      • जिले में अब तक कराये गये 2.22 लाख मिलियन कोरोना जांच
      • जिले में अतिरिक्त प्रतिबंध से मिल रहे अच्छे परिणाम : डीएम

गया। जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में गया जिला में कोविड संक्रमण के बढ़ते प्रभावको देखते हुए इसके बचाव एवं सुरक्षा संबंधी कार्यों की जानकारी देने तथा सांसद, विधायक, विधान पार्षद एवं अन्य जनप्रतिनिधियों की सलाह सुझाव प्राप्त करने हेतु ‘वर्चुअल मीटिंग का आयोजन’ किया गया।

वर्चुअल मीटिंगमें जिला पदाधिकारी द्वारा जनप्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए बताया गया कि हमेशा से जनप्रतिनिधियों का सहयोग जिला प्रशासन, गया को मिलता रहा है। मुख्यमंत्री जी के द्वारा दो बार बैठक कर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं, इनसे अवगत कराने तथा आनेवाले समयमे चुनौतियों का सामना करने तथा कोरोना से संबंधित किये जा रहे कार्यों की जानकारी देने एवं जनप्रतिनिधिायों के सुझाव प्राप्त करने हेतु इस बैठक का आयोजन किया गया है।

बैठक में जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में अबतक 2.22 लाख मिलियन कोरोना जांच कराए गए हैं, जबकि राज्यका औसत जांच 1.8 लाख मिलियन है। जिले में 8,328 एक्टिव केस हैं। 22,932 पाजिटिव मामलें हैं, जिसमें में लगभग 14,000 रिकवर हो चुके हैं। जिलेमें कोरोना से 117 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। जिला प्रशास  द्वारा अधिक से अधिक जांच कराए जा रहे हैं। गया जिला में मृत्यु दर पटना, भागलपुर एवं मुजफफ़पुर से कम है तथा कोरोना जांचकी संख्या भी अधिक है।

जिला पदाधिकारी ने कहा कि कोरोना का नया स्ट्रेन काफी अधिक संक्रामक है, इसीलिए जिलावासियों द्वारा कोविड प्रोटोकाल का अच्छी तरह अनुपालन करानेका प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में 94 बड़े कन्टेनमेंट जोन बनाये गए हैं, जिसमें शहरी क्षेत्र में 45 तथा ग्रामीण क्षेत्र में 49 शामिल हैं। वर्तमान में संस्थागत आइसोलेशन केंद्र में 245 व्यक्ति हैं। जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि गया में गया संग्रहालय, गया, मानपुर के भुसुंडा में अम्बेडकर छात्रवास, टिकारी, शेरघाटी, नीमचक बथानी में डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर बनाये गए हैं, जिसमें लगभग 500 बेड की क्षमता है तथा उसमें ईलाज, आक्सीजन, दवा, खानपानकी निःशुल्क अच्छी व्यवस्था है।

वर्तमानमें एएनएमएमसीएच में लगभग 170 लोग भर्ती हैं तथा आक्सीजन के साथ लगभग 200 बेड की व्यवस्था है। जिले में 3 शव वाहन है, जिसे बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि गया जिले में अतिरिक्त प्रतिबंध लगाया गया है, जिसके अच्छे परिणाम हमें 2-4 दिनों में देखने को मिलेंगे। प्रयास है कि जिले में 10 प्रतिशत से कम पाजिटिव संक्रमण दर रहे। वर्तमान में अभी 16 प्रतिशत पाजिटिव दर है। जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना की जांच की व्यवस्था है। साथ ही गया रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड एवं एयरपोर्ट पर भी कोरोना जांचकी व्यवस्था है।

जिला पदाधिकारी ने जनप्रतिनिधिायों से अनुरोध किया कि वैसे लोग जिनका आक्सीजन लेवल 94 से कुछ कम है, वे टिकारी तथा शेरघाटी एएनएम ट्रेनिंग सेन्टरमें आकर अपना ईलाज कराने हेतु उन्हें प्रेरित किया जाए। इसके अतिरिक्त कुछ निजी अस्पताल में भी कोरोना संक्रमणका इलाज किया जा रहा है, जिनमें एआईएमएस, अर्श अस्पताल, वैष्णवी अस्पताल, श्रीराम अस्पताल, रेनवो अस्पताल, बुद्धा इमरजेंसी अस्पताल शामिल हैं।

जिला पदाधिकारी ने टीकाकरण के बारे में बताया कि टीकाकरण प्रभावी तथा सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण के प्रति अभी भी लोग गंभीर नहीं हैं। उन्होंने बताया कि टीकाकरण से संक्रमण की गंभीरता कम हो जाती है तथा लोग शीघ्र रिकवर हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि टीकाकरण के संबंध में कुछ भ्रांतियां अफवाह है, जिन्हें माइकिंग, पम्फकेट एवं अन्य प्रचार माध्यमों के द्वारा दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि जिला नियंत्रण कक्ष प्रतिदिन 24 घण्टे कार्य कर रहे हैं, जहां लोग टेलीमेडिसिन के माध्यम से चिकित्सक से परामर्श ले रहे हैं। एएनएमएमसीएच में भी नियंत्रण कक्ष कार्यरत है, जिससे मरीज एवं उनके परिजनों को सहयोग प्राप्त हो रहा है। ’जिला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या 0631-2222253 2222259 है।’ गया नगर निगम तथा नगर परिषद क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्रखण्ड विकास पदाधिकारी के माध्यम से सैनिटाइजेसन का कार्य किया जा रहा है। पंचायतों तथा नगर निकायों में प्रति परिवार 6-6 मास्क उपलब्ध कराया जा रहा है। जिला पदाधिकारी ने बताया कि लगभग 20 दिनों में पूरे पंचायत एवं शहरी क्षेत्रों में मास्क का वितरण करा दिया जाएगा।

जिला पदाधिाकारी द्वारा बताया गया कि गृह विभाग विशेष शाखा, बिहार द्वारा दिये गए निदेशके आलोक में पूरे जिले में धारा 144 के अंतर्गत निषेधाज्ञा लागू किया गया है। गया जिले में एएनएमएमसीएच को 400 तथा सिविल सर्जन को 200 रेंडीसीवीर इंजेक्शन उपलब्ध कराया गया है। जिला पदाधिकारी ने बताया कि सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क के आधारपर ही मरीज से निजी अस्पताल शुल्क प्राप्त कर सकेंगे। सभी निजी अस्पतालों एवं सरकारी अस्पतालों में दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है। जिला पदाधिकारी ने बताया कि होटल एसोसिएशन के साथ बैठक किया गया है, जिसमे यदि कोई कोरोना संक्रमण मरीज होटल में रहकर अपना इलाज कराना चाहे तो करा सकते हैं, परंतु होटल का निर्धारित किराया संबंधित व्यक्ति को भुगतान करना होगा।

वर्चुअल बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा कुछ महत्वपूर्ण सुझाव सलाह दिए गए। गया सांसद विजय कुमारने कहा कि टिकारी में चिकित्सक की और अधिक प्रभावी व्यवस्था करते हुए आक्सीजन की उपलब्धता बढ़ायी जाए। सांसद, औरंगाबाद सुशील कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि संक्रमणका दर घटानेका प्रयास किया जाए। मरीज का सीटी स्कैन करना आवश्यक है, ताकि फेफड़ों में इन्फेक्शन का पता चल सके। पूर्व मुख्यमंत्री सह विधायक इमामगंज जीतन राम मांझी ने कहा कि इमामगंज, डुमरिया, बाँकेबाजार में संक्रमितों की संख्या बढ़ रहे हैं, अतः आक्सीजन की उपलब्ता बढ़ाई जाए। ग्रामीण डाक्टरों को भी कोरोना मरीजों की देख भाल हेतु लगाने का सुझाव दिया गया।

इसी तरह विधायक, बोधगया कुमार सर्वजीत’ द्वारा बोधगया में मोनेस्ट्री मंदिर में टीका लगवानेके अनुरोध किया गया। विधायक, नगर डा. प्रेम कुमार’ द्वारा एएनएमएमसीएच में बेड की संख्या बढ़ाने, आक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने की बात कही गयी, विधायक, गुरुआ विनय कुमार, बिहार विधान परिषद सदस्य मनोरमा देवी’ द्वारा महत्वपूर्ण सुझाव एवं सलाह दिए गए।