पटना

गया: थर्ड वेव से बचाव की भी रखें पूरी तैयारी: आयुक्त


 मगध मेडिकल अस्पताल में 400 बेड लगाने की तैयारी

गया। आयुक्त, मगध प्रमंडल, मयंक वरवड़ेकी अध्यक्षता में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से मगध प्रमंडल के सभी जिला पदाधिकारियों, सिविल सर्जन एवं अधीक्षक प्राचार्य अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल के साथ बैठक करते हुए कोविड-19 से संबंधित टीकाकरण, कोविड-19 सैंपल जांच, आक्सीजन की सप्लाई, जिलों में मर्चरी वैन की उपलब्धता, अस्पतालों में बेडो की उपलब्ध्ता, जिलों में अरक्सीजन की आपूर्ति, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल से जलजमाव से निजात पाने, सरकारी अस्पतालों में एचआरसीटी की उपलब्धता इत्यादि विषयों के संबंध में तथा इसकी तैयारी की विस्तृत समीक्षा की गई।

बैठक में आयुक्त, मगध प्रमंडल द्वारा सभी जिला पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे टीकाकरण में तेजी लाते हुए सभी लोगों के मन से टीका संबंधी भ्रांतियां, अफवाह एवं गलत धारणा को समाप्त करें। आयुक्त ने सभी जिला पदाधिकारियों एवं सिविल सर्जन के साथ कोविड-19 के सेकंड वेव एवं थर्ड वेव से बचाव के विषय में चर्चा करते हुए निर्देश दिया कि सभी अस्पतालों में पूरी तैयारी रखें साथ ही बच्चों में फैलने वाले एईएस-जेई बीमारी से संबंधित तैयारियां भी सभी अस्पतालों में रखने का निर्देश दिया।

आयुक्त द्वारा अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल के अधीक्षक एवं प्राचार्य से एएनएमएमसीएच में बेडो की उपलब्धता 400 बढ़ाने पर जोर दिया। बैठक में आयुक्त को बताया गया कि ’अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल तथा जयप्रकाश नारायण अस्पताल में एचआरसीटी की सुविधा उपलब्ध है।

वीडियो कान्फ्रेंसिंगमें जिला पदाधिकारी, गया अभिषेक सिंह ने मगध मेडिकल अस्पताल के बारे में बताया कि आक्सीजन प्लांट के काम लगभग पूर्ण होने की स्थिति में है साथ ही बच्चा वार्ड में एईएस- जेई वार्ड की तैयारी युद्ध स्तर पर की जा रही है। उन्होंने बताया कि रोगी कल्याण समिति में पर्याप्त आवंटन उपलब्ध है, जिसका उपयोग मरीजों एवं उनके परिजनों को सही सूचना तकनीक उपलब्ध कराने, छोटे-छोटे निर्माण कार्य कराने में खर्च की जा सकती है साथ ही मगध मेडिकल अस्पताल में लैब टेक्नीशियन की कमी को देखते हुए लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति तथा फाइनल ईयर के पास आउट चिकित्सकों को मगध मेडिकल में कार्य पर लगाया जा सकता है ताकि 400 बेडोमें अच्छी इलाज सुविधा दी जा सके। उन्होंने बताया कि मगध मेडिकल अस्पताल को 400 बेड को सुविधा से युक्त करने हेतु और अधिक कार्य करने होंगे।

जिला पदाधिकारी गया द्वारा गया जिले में कोविड-19 के प्रबंधन, मरीजों का इलाज, उनकी जांच, टीकाकरण की स्थिति इत्यादि के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि सेकंड वेव में आक्सीजन की काफी डिमांड थी, जिसे पूरा करने हेतु काफी परिश्रम किया गया था। उन्होंने बताया कि सीएचसी में आक्सीजन की पूरी व्यवस्था है तथा सब-डिविजनल अस्पताल में आक्सीजन की क्षमता बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण अस्पताल तथा प्रभावती अस्पताल में भी आक्सीजन प्लांट की आवश्यकता है।

टीकाकरण के संबंध में जिला पदाधिकारी गया द्वारा बताया गया कि गांव तथा शहरी क्षेत्रों में माइकिंग एवं डोर टू डोर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है साथ ही मीडिया के माध्यम से लोगों के मन में उत्पन्न भ्रांतियां समस्याओं को दूर करने हेतु मगही स्थानीय भाषा में प्रश्न उत्तर तैयार कराकर, उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में प्रसारित कराया जा रहा है। जिसके अच्छे परिणाम आ रहे हैं।

वीडियो कान्फ्रेंसिंग में अधीक्षक अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल द्वारा बताया गया कि मगध मेडिकल अस्पताल में 460 बेड की क्षमता कोविड मरीजों के इलाज हेतु बढ़ाई गई थी, जिसमें कोरोना मरीज के लिए 200 से अधिक बेड बनाए गए थे। आज मगध मेडिकल अस्पताल में कोविड-19 के मात्र 31 मरीज भर्ती हैं। मगध मेडिकल अस्पतालमें आक्सीजन पाइप लाइन का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है।

मगध मेडिकल अस्पतालमें 38 आईसीयू बेड की सुविधा उपलब्ध है तथा 38 वेंटिलेटर पर उपलब्ध है। 50 बाईपैक, 700 से अधिक आक्सीजन सिलेंडर, लगभग 120 आक्सीजन कंसंट्रेटर, 162 पल्स आक्सीमीटर तथा लगभग 100 कार्डियक मानिटर मगध मेडिकल अस्पताल के पास उपलब्ध है। मगध मेडिकल अस्पताल में 344602 कोरोना सैंपल जांच अब तक किए गए हैं। बैठक में क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी, अधीक्षक अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल, प्राचार्य अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सहित वरीय चिकित्सक उपस्थित थे।