पटना

ग्रमीण विकास मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में एक स्वास्थ्य उपकेंद्र ऐसा भी- स्वास्थ्य कर्मी की पर्याप्तता की वजह से रोगियों की संख्या भरपूर लेकिन पहुंच पथ के अभाव में बरसात में रहता है बंद


दहपर स्थित इस केंद्र में कर्मी बरसात में बनाते हैं सिर्फ उपस्थिति

बिहारशरीफ (आससे)। दहपर गांव में स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जो नूरसराय प्रखंड के नदिऔना पंचायत के अंतर्गत आता है। यह अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-110 बिहारशरीफ-अरवल से महज 200 मीटर की दूरी पर स्थिति है। लेकिन आज तक इस अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए पहुंच पथ का निर्माण नहीं हो सका है। नतीजतन स्वास्थ्य केंद्र के लिए जाने वाली मुख्य कच्ची सड़क बरसात के दिनों में झील में तब्दील हो जाती है और मरीजों के लिए यहां पहुंच पाना दुष्कर हो जाता है। जिसकी वजह से बरसात के दिनों में यह केंद्र बंद ही रहता है।

हालात ऐसे है कि यहां पदस्थापित दो नर्स नीलम देवी और मुन्नी देवी, स्वास्थ्य कर्मी रंजीत कुमार और सुधीर कुमार के अलावे चपरासी सुरेंद्र कुमार अपना उपस्थिति बनाने के लिए उपस्थिति पंजी को पास में ही थोड़ी दूरी पर स्थित दहपर हाई स्कूल के एक कमरे में रखते है और वहीं जाकर अपनी उपस्थिति बनाते है। इस अतिरक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एक चिकित्सक भी पदस्थापित है।

दहपर निवासी शारदा देवी जो पास में ही एक गुमटी में दुकान चलाती हैं का कहना है कि जब शाशी नदी में पानी आ जाता है तो इस स्वास्थ्य केंद्र का रास्ता पूरी तरह पानी से भर जाता है। स्वास्थ्य केंद्र तक सड़क का निर्माण नहीं रहने के कारण कर्मियों तक को प्रवेश करने में काफी परेशानी होती है। हालांकि अन्य दिनों में यह केंद्र बहुत अच्छा काम करता है। यहां प्रतिदिन एक या दो प्रसूति प्रसव के लिये भर्ती होती रहती है। यहां बेड, बिजली, पानी, इनवर्टर तथा अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध होती है।

शारदा देवी ने बताया कि तेजा बिगहा के बंधु महतो, विशु महतो, देवनारायण महतो नाम के तीन सहोदर भाई ने स्वास्थ्य केंद्र बनाने के लिए 6 कट्ठा जमीन दान दिया था। इस स्वास्थ्य केंद्र में नादियौना पंचायत के अलावा रसलपुर, अजयपुर, तियारी, दरुआरा पंचायत के रोगी इस केन्द्र पर इलाज के लिए आते हैं। दिलचस्प बात यह है की यह स्वास्थ केन्द्र ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार के विधानसभा क्षेत्र में है और आते जाते उनकी निगाह भी इस स्वस्थ केन्द्र पर पड़ती रहती है परन्तु अब तक पहुंच पथ नहीं बन पाना यह दर्शाता है की शायद उन्होंने दिलचसपी नहीं दिखाई है।