मुगलसराय। यूरोपियन कालोनी स्थित कैथोलिक चर्च से मसीही समुदाय के लोगों ने भारी संख्या में एक जुट होकर क्रिसमस डे से पूर्व निकलने वाले जुलूस शनिवार की दोपहर में निकला। जो यूरोपियन कालोनी के निर्धारित मार्ग से होकर बाजार होते पुन: यूरोपियन कालोनी स्थित चर्च पहुंचकर समाप्त हुआ। इस दौरान मसीही समाज ईसा मसीह के व्याख्यान करते हुए चल रहा था। साथ ही एक पालकी में बाल यीशु की प्रतिमा राजा के स्वरुप में लेकर चल रहे थे। गौरतलब हो कि यूरोपियन कालोनी स्थित कैथोलिक चर्च में कोरोना काल के बाद इस बार २५ दिसम्बर क्रिसमस डे से पूर्व आयोजित होने वाले बालयीशु शोभायात्रा को लेकर जोर शोर से तैयारी की जा रही थी साथ ही प्रतिदिन गिरजाघर में प्रार्थना सभा भी आयोजित हो रही थी। शनिवार को भी जुलूस से पहले आये लोग गिरजा घर में एकत्रित होकर विशेष प्रार्थना किया। साथ ही जुलूस निकलने के बाबत जानकारियां दी गयी। ईसाई धर्म के प्रमुख तीन तीर्थ स्थलों में से एक यूरोपियन कालोनी स्थित रोमन कैथोलिक चर्च भी है। यहां प्रभु बाल यीशु का गिरजाघर है। जहां पर पूरे देश भर से दर्शन व प्रार्थना के लिए इसाई धर्म से जुड़े लोग आते हैं। 1935 में अंग्रेजों ने चर्च का निर्माण कराया था। जुलूस के चर्च पहुंचने के बाद ईसा मसीह को राजा के रुप में चर्च में स्थापित किया गया जहां पर ईसाई धर्म के लोग दर्शन पूजन किये। वही गिरजा घर के बाहर मेले लगा था जहां ईसा मसीह से संबंधित पुस्तकें बिकने के साथ ही खान पान के स्टाल लगाये गये। जहां लोग पहुंचकर अपने जरुरतों के पुस्तकों को खरीदने के साथ विभिन्न व्यंजनों का लुत्फ उठाया। प्रत्येक वर्ष आयोजित होने वाला जुलूस कोरोना काल के दौरान रुक गया था। राहत के बाद इस वर्ष पुन: जुलूस कार्यक्रम आयोजित कर ईसा मसीह के संदेश दिये गये। जुलूस को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद रहा। जीटी रोड के दक्षिण पटरी पर आम दिनों की भारी खड़े होने वाले आटो रिक्शा सहित अन्य वाहनों को हटा दिया गया था। जिससे की जुलूस में शामिल लोगों को किसी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े। साथ ही मसीही समाज के वालेंटियर भी जुलूस को नियंत्रित करने में लगे हुए थे।