मुगलसराय। स्थानीय विधानसभा क्षेत्र के अलीनगर-सरने माईनर की 700 मीटर माईनर की खुदाई का कार्य लगभग ५३ वर्ष बाद शनिवार को सिंचाई विभाग के अधिकारियों की देखरेख में शुरू किये जाने पर आधा दर्जन गांव के किसानों ने प्रसन्नता व्यक्त की है। किसानों ने मुख्यमंत्री, प्रशासनिक व मूसाखाड़ सिंचाई विभाग के अधिकारियों को अपनी ओर से धन्यवाद भी ज्ञापित किया है। दो जेसीबी मशीन से नहर खुदाई का कार्य सुबह दस बजे शुरू किया गया। ेंमूसाखाड़ बांध से संचालित नरायनपुर पम्प कैनाल से जुड़ी सरने माईनर की खुदाई सन् 1973 में शुरु किया गया था। जो सरने गांव में 700 मीटर नहर की खुदाई नहीं हो पायी थी। ऐसे में आधा दर्जन गांव के किसानों की सैकड़ों एकड़ कृषि योग्य भूमि सिंचाई के पानी के अभाव में बेकार पड़ी हुई थी। यह नहर आगे व पीछे खोद दिया गया था पर बीच में छोड़ दिया गया था। किसानों के बाद फिर से नहर की खुदाई शुरु हो गयी है। ग्रामीणों ने माइनर की खुदाई के लिए किसान संघ के कार्यकर्ताओं की सलाह पर मुख्यमंत्री के पोर्टल पर समस्या को डाला था। तहसील दिवस पर भी इस समस्या को उठाया गया। इसमें सरने, रोहणा, धपरी, महदेऊर के किसान भी लगे थे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर उप जिलाधिकारी मनोज पाठक ने राजस्व विभाग की टीम को भेजकर नहर की जमीन का सीमांकन कराया था। सीमांकन के बाद सिंचाई विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया। सिंचाई विभाग के अवर अभियंता सुनील कुमार, एसडीओ राकेश श्रीवास्तव ने जेसीबी मशीन से माईनर की खुदाई शुरू कराया। बताते चले की नहर की खुदाई में स्थानीय किसानो एवं सिंचाई विभाग मूसाखाड केअधिशासी अभियंता मनोज कुमार सिंह के अथक प्रयास से यह कार्य संभव हो पाया। खुदाई के दौरान सैकड़ो किसानो एवं सिंचाई विभाग के जिलेदार जय प्रकाश यादव एवं उनके सहयोगी उपस्तिथ थे। ५३ वर्ष बाद इस माइनर से जुड़े किसानों को जो पानी न मिलने से सिंचाई से वन्चित थे उनके चेहरे पर खुशी है। नहर की पूरी खुदाई हो जाने से क्षेत्र के किसानों को जो लम्बे समय से परेशानी थी उसका निराकरण हो पायेगा।
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