चंदौली। जनपद में रविवार की तड़के आयी आंधी पानी व आकाशीय बिजली से जहां दो लोगों की मौत हो गयी। वही सामानों की काफी क्षति हुई। लोगों का कहना है कि असामयिक बरसात से धूप और तीखी होगी। जिससे लोग और अधिक बीमार होंगे। ऐसे में आवश्यकता पडऩे पर ही किसी कार्य के लिए बाहर जाना चाहिए। आज सावधानी ही सबसे बड़ी दवा है। चकिया प्रतिनिधि के अनुसार स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के जोगिया ग्राम पंचायत स्थित पहाड़ के पास तेंदूपत्ता तोडऩे गए रविवार कि सुबह तूफानी हवा और आकाशी बिजली की तड़क से दो मजदूर की मौत हो गई। सुबह में तेंदूपत्ता तोडऩे के लिए पहाड़ पर गए थे की अचानक मौसम में बदलाव लेने से गरज तड़क के साथ बारिश होने लगी। मजदूर तूफानी उर्फ सदाफल 32 वर्ष प्रभावती पत्नी बबलू 42 वर्ष मुबारकपुर गांव निवासी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई। जानकारी होते ही प्रशासन मौके पर पहुंच गई तथा मृतकों के शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई में जुट गई। घटना की जानकारी होते ही परिवारजनों में दुख का पहाड़ टूट पड़ा। कमालपुर प्रतिनिधि के अनुसार स्थानीय क्षेत्र में रविवार को प्रात: तेज आंधी और पानी आने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। आंधी से विद्युत आपूर्ति प्रात: पांच बजे बन्द कर दी गई, आधी अधूरी पानी की सप्लाई मिली। कोरोना महामारी को लेकर प्रदेश मे लाकडाउन लगाया गया है। आज जिस स्थिति मे कोविड19 तांडव मचाया है। उसे देखकर लोग, भयभीत होकर लाकडाउन का पालन करते हुए घरों मे कैद हैं। भीषण गर्मी तेज धूप उपर से विद्युत सप्लाई और जल सप्लाई दोनों बंद हो गई। रमजान का महीना चल रहा है। पानी औंर विद्युत विभाग के तानाशाही रवैया से लोग ऊब कर घरों से बाहर औंर मकान के छतों पर तथा हैण्डपम्पों पर पानी के लिये भीड़ लगायें थे। सबसे आश्चर्यजनक देखने को मिला कि सारे के सारे मोबाइल फोन के टावर गायब हो गए। घरों मे कैद लोगो का एक दूसरे से सम्पर्क टूट गया। धीना प्रतिनिधि के अनुसार थाना क्षेत्र के बैरी खुर्द गांव में रविवार की अल सुबह आयी तेज आंधी तूफान बिजली की कड़कड़ाहट तेज बारिश में बज्रपात होने के कारण बैरी खुर्द गांव निवासी रामनिवास के मडई में वज्रपात होने से अचानक आग लग गई जिसमें बांधी गई बकरी मौके पर ही जलकर मर गई। वही मड़ई में रखी साइकिल भी जलकर राख हो गई साथ ही उसमें बांधी गई दो भैंसे भी झुलस गयी। उसी मड़ई में रखा भूसा व खाद्य सामग्री भी जलकर राख हो गई।