मुगलसराय। अग्निपथ योजना के विरोध से पांच दिन के बाद मंगलवार से स्टेशन पर दोपहर बाद यात्रियों के आवागमन से स्टेशन की रौनक बढऩे लगी वरना दोपहर से पहले सियापा छाया हुआ था। २१ जून को स्थानीय रेलवे स्टेशन से एक दर्जन से अधिक ट्रेनों का परिचालन हुआ। जिसमेें प्रमुख रूप से महाबोधि, पटना लोकमान्य तिलक, पटना जम्म्ूातवी, राजेन्द्र नगर राजधानी, सम्पूर्णक्रान्ती, पाटलीपुत्र संिहत १४ ट्रेनों के परिचालन की जानकारी मिली। ट्रेनों के परिचालन से यात्रियों की दिक्कत कुछ कम होना शुरू हो गयी। अब आस जगी की धीरे-धीरे परिचालन पटरी पर आ जायेगा और यात्री अपने गंतव्य स्थान को रवाना होने लगेंगे । ट्रेनों के परिचालन में अवरोध से टिकट बिक्री पर भारी असर पड़ा। स्थानीय जंक्शन से आरक्षित व गैर आरक्षित सभी तरह के १७ जून से २० जून तक ४१ हजार से अधिक टिकट रद्द किये गये। जिससे लगभग ढाई करोड़ के राजस्व की हानि हुई। वैसे शहर अपने मिजाज के अनुरूप शांत रहा जिससे स्टेशन पर किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं घटी। जबकि जीआरपी,आरपीएफ व लोकल पुलिस हर तरह से लैस होकर स्टेशन व बाहर चक्रमण करती रही। ज्ञातव्य हो कि भारतीय रेल में स्थानीय जंक्शन का अपना अलग ही महत्व है। जहां से प्रतिदिन लाखों यात्री गतंव्य के लिए रवाना होते हैं।