चंदौली

चंदौली। राष्ट्रीय एकता दिवस के रुप में मना लौह पुरुष का जन्मदिवस


चंदौली। भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती सोमवार को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में जनपद में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान जनपद के समस्त कार्यालयों में राष्ट्रीय एकता दिवस के अंतर्गत शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया गया। शिक्षा एवं खेल मंत्रालय के माध्यम से समाज के सभी वर्गों के लोगों को सम्मिलित करते हुए पूरे उत्साह और उमंग के साथ मनाए जाने हेतु खेल एवं नेहरू युवा केंद्र के समन्वय से एकता दौड़ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त दौड़ महेंद्र टेक्निकल इंटर कॉलेज चंदौली के प्रांगण से प्रारंभ होकर फगुईयां नहर से वापस महेंद्र टेक्निकल इंटर कॉलेज पर समाप्त हुई। एकता दौड़ का शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी अजितेंद्र नारायण द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ईशा दुहन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर देश की एकता और अखंडता के लिए राष्ट्रीय एकता दिवस शपथ का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी उमेश मिश्रा, वरिष्ठ कोषाधिकारी द्वारा शपथ लिया गया। कार्यक्रम से पूर्व जिलाधिकारी एवं अन्य अधिकारियों द्वारा राष्ट्रीय एकीकरण के शिल्पकार लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के तैल चित्र पर माल्यार्पण व श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। मुगलसराय कार्यालय के अनुसार राष्ट्र के एकीकरण के सूत्रधार भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल जी की जयंती के अवसर पर सोमवार को राष्ट्रीय एकता दिवस पर पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पर मंडल रेल प्रबंधक के साथ रेल अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा सरदार पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनका नमन किया गया। इस अवसर पर लगाई गयी प्रदर्शनी का शुभारंभ मंडल रेल प्रबंधक द्वारा फीता काटकर किया गया। इस अवसर पर अपने संबोधन में मंडल रेल प्रबंधक द्वारा राष्ट्र की एकता बनाए रखने हेतु हर संभव प्रयास करते रहने पर बल दिया गया। साथ ही फोटो प्रदर्शनी को ध्यान से देख कर देश की स्वतंत्रता एवं उसके एकीकरण हेतु किए गए कार्यों के बारे में ज्ञान वर्धन करने की बात कही गई। लाल बहादुर शास्त्री स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय एकता दिवस का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के आरंभ में सभी लोगों को शपथ दिलाया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो राजीव कुमार ने कहा कि लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के पहले गृहमंत्री थे। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद लगभग 562 देशी रियासतों का भारत में विलय कराया। उनके इस कार्य को भुलाया नहीं जा सकता है। इस अवसर पर बोलते हुए प्रो उदयन ने कहा कि बारदोली सत्याग्रह का नेतृत्व करते हुए उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया। पटेल के सत्याग्रह की सफलता पर वहां की महिलाओं ने उन्हें सरदार की उपाधि प्रदान की थी। प्रो उदयन ने कहा कि सरदार पटेल की ये दो बातें अगर हम ध्यान देंगे तो हमारा जीवन सफल हो पायेगा. यहाँ तक कि यदि हम हज़ारों की दौलत गवां दें और हमारा जीवन बलिदान हो जाए हमें मुस्कुराते रहना चाहिए और ईश्वर एवं सत्य में विश्वास रखकर प्रसन्न रहना चाहिए।् मनुष्य को ठंडा रहना चाहिए। क्रोध नहीं करना चाहिए। डा विवेक सिंह ने कहा कि आजादी के बाद विभिन्न रियासतों को एकीकृत करने में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए पटेल को भारत का बिस्मार्क और लौहपुरुष भी कहा जाता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजेश कुमार तिवारी ने कहा कि गांधी जी से प्रेरित होकर उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया था। बेगार प्रथा को समाप्त करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही। सरदार पटेल शक्ति के पुंज थे। इसी कारण शौक़त अली ने उन्हें बर्फ़ से ढका हुआ ज्वालामुखी कहा था। कार्यक्रम में प्रो योगेन्द्र ओझा, डा पंकज, राहुल, सुनील, रंजीत के साथ छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे। सकलडीहा प्रतिनिधि के अनुसार पीजी कॉलेज के सभागार में सोमवार को एकता व अखण्डता के प्रतीक सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्म जयंती मनाई गयीं। इस दौरान कालेज प्रशासन द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर सरदार पटेल के देश हित मे लिए गए फैसलों व कार्यो पर प्रकाश डाला गया। वही छात्र-छात्राओं से सरदार के जीवनी को आत्मसात करने पर वक्ताओं ने बल दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कालेज के प्राचार्य प्रो प्रदीप कुमार पांडेय ने कहा कि विविधता में एकता के सूत्रधार सरदार वल्लभ भाई पटेल समाज मे जातीय भेदभाव के विरोधी थे। कार्यक्रम में भाषण प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलाई गई। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम विनोद विश्वकर्मा, द्वितीय राहुल राजभर व तृतीय स्थान पर रियासत अली रहे। इसी तरह पोस्टर प्रतियोगिता में प्रीति कुमारी प्रथम स्थान पाने में सफल रही। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डा० अभय कुमार वर्मा, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक राहुल राजभर, आकाश गौतम, स्वरावली, रियासत अली, शुभम, विनोद विश्वकर्मा, कुमारी प्रीति, शमा परवीन, अनीशा, प्रीति, सर्ववेदी, आकांक्षा, ज्योति सहित अन्य छात्र.छात्रा सहित शिक्षक मौजूद रहे। चहनियां प्रतिनिधि के अनुसार लोकनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामगढ में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयन्ती धूमधाम से मनायी गयी। मुख्य अतिथि महाविद्यालय के संस्थापक/ प्रबंधक धनंजय सिंह ने सर्वप्रथम लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल के तैल चित्र पर माल्यार्पण व धूप दीप प्रज्जवलित करके कार्यक्रम की शुरुआत किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत के लौहपुरुष सरदार पटेल का आजादी के बाद भारत के एकीकरण में महत्वपूर्ण योगदान था। इस दौरान मुख्य अतिथि धनञ्जय सिंह द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को एकता की शपथ दिलाई गई। इस दौरान मुख्य रूप से सर्वेश शर्मा, गोविंद नारायण, रितेश पांडेय, शिवदत्त पांडेय, अवधेश सिंह लुसन, भृगुनाथ पाठक, धीरेंद्र राय, विवेक सिंह, शिवदत्त पाण्डेय, श्यामसदन, जयप्रकाश सहित सभी प्रशिक्षु उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अभय यादव पीके ने किया। कमालपुर प्रतिनिधि के अनुसार विद्यालय के प्रधानाध्यापक आदर्श शिक्षक बलराम पाठक ने सरदार वल्लभभाई पटेल एवं मां सरस्वती तैलचित्र की प्रतिमा पर मालार्पण किए तथा राष्ट्रीय एकता दिवस पर बच्चों को जानकारी दी। बताया कि सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 गुजरात के नाडियाद में एक किसान परिवार में हुआ था। उन के पिता का नाम झवेरभाई और माता का नाम लाडबा देवी था। सरदार पटेल एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा आजाद भारत के पहले गृहमंत्री थे। उनकी सोच थी कि भारत विविधताओं का देश है। यहां कई धर्म, संस्कृतियाँ, परंपराएँ है। इसलिए राष्ट्र की एकता को बनाए रखना महत्वपूर्ण हैण् यह दिन भारतीय इतिहास में पटेल के योगदान के बारे में जागरूकता फैलाने का उद्देश्य रखता है।इस अवसर पर दौड़, पेंटिंग तथा निबंध प्रतियोगिता कराया गया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी अध्यापक गण रिंकू चंद्र, लकमुद्दीन, राजेश बिंद, मनीषा, शिवमुनि राम तथा रूहिया खानम एवं रसोईया उपस्थित रहे। चकिया प्रतिनिधि के अनुसार सरदार वल्लभ भाई का 145वी जयंती नगर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया गया। वल्लभ भाई पटेल के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सरदार पटेल का ही विजन था कि भारतीय प्रशासनिक सेवाएं देश को एक रखने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवाओं को मजबूत बनाने पर कापी जोर दिया। प्रभारी चिकित्साधिकारी डाक्टर विकास कुमार सिन्हा, वरिष्ठ फार्मासिस्ट डाक्टर आनंद मिश्रा, डाक्टर विनोद गुप्ता, डाक्टर एस एन सिंह, डाक्टर अंशुल सिंह, वंदना सिंह, प्रिया सिंह, विभा सिंह, जयराम प्रसाद, राघवेंद्र तिवारी, पूनम, राजेश श्रीवास्तव, ओमप्रकाश तिवारी, शिवनारायण, रामबली, विनोद कुमार, संतोष कुमार, अखिलेश सहित सभी लोग उपस्थित थे।।चंदौली। भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती सोमवार को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में जनपद में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान जनपद के समस्त कार्यालयों में राष्ट्रीय एकता दिवस के अंतर्गत शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया गया। शिक्षा एवं खेल मंत्रालय के माध्यम से समाज के सभी वर्गों के लोगों को सम्मिलित करते हुए पूरे उत्साह और उमंग के साथ मनाए जाने हेतु खेल एवं नेहरू युवा केंद्र के समन्वय से एकता दौड़ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त दौड़ महेंद्र टेक्निकल इंटर कॉलेज चंदौली के प्रांगण से प्रारंभ होकर फगुईयां नहर से वापस महेंद्र टेक्निकल इंटर कॉलेज पर समाप्त हुई। एकता दौड़ का शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी अजितेंद्र नारायण द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ईशा दुहन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर देश की एकता और अखंडता के लिए राष्ट्रीय एकता दिवस शपथ का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी उमेश मिश्रा, वरिष्ठ कोषाधिकारी द्वारा शपथ लिया गया। कार्यक्रम से पूर्व जिलाधिकारी एवं अन्य अधिकारियों द्वारा राष्ट्रीय एकीकरण के शिल्पकार लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के तैल चित्र पर माल्यार्पण व श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। मुगलसराय कार्यालय के अनुसार राष्ट्र के एकीकरण के सूत्रधार भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल जी की जयंती के अवसर पर सोमवार को राष्ट्रीय एकता दिवस पर पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पर मंडल रेल प्रबंधक के साथ रेल अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा सरदार पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनका नमन किया गया। इस अवसर पर लगाई गयी प्रदर्शनी का शुभारंभ मंडल रेल प्रबंधक द्वारा फीता काटकर किया गया। इस अवसर पर अपने संबोधन में मंडल रेल प्रबंधक द्वारा राष्ट्र की एकता बनाए रखने हेतु हर संभव प्रयास करते रहने पर बल दिया गया। साथ ही फोटो प्रदर्शनी को ध्यान से देख कर देश की स्वतंत्रता एवं उसके एकीकरण हेतु किए गए कार्यों के बारे में ज्ञान वर्धन करने की बात कही गई। लाल बहादुर शास्त्री स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय एकता दिवस का आयोजन किया गया । कार्यक्रम के आरंभ में सभी लोगों को शपथ दिलाया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो राजीव कुमार ने कहा कि लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल भारत के पहले गृहमंत्री थे। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद लगभग 562 देशी रियासतों का भारत में विलय कराया। उनके इस कार्य को भुलाया नहीं जा सकता है। इस अवसर पर बोलते हुए प्रो उदयन ने कहा कि बारदोली सत्याग्रह का नेतृत्व करते हुए उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया। पटेल के सत्याग्रह की सफलता पर वहां की महिलाओं ने उन्हें सरदार की उपाधि प्रदान की थी। प्रो उदयन ने कहा कि सरदार पटेल की ये दो बातें अगर हम ध्यान देंगे तो हमारा जीवन सफल हो पायेगा. यहाँ तक कि यदि हम हज़ारों की दौलत गवां दें और हमारा जीवन बलिदान हो जाए हमें मुस्कुराते रहना चाहिए और ईश्वर एवं सत्य में विश्वास रखकर प्रसन्न रहना चाहिए।् मनुष्य को ठंडा रहना चाहिए। क्रोध नहीं करना चाहिए। डा विवेक सिंह ने कहा कि आजादी के बाद विभिन्न रियासतों को एकीकृत करने में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए पटेल को भारत का बिस्मार्क और लौहपुरुष भी कहा जाता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजेश कुमार तिवारी ने कहा कि गांधी जी से प्रेरित होकर उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया था। बेगार प्रथा को समाप्त करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही। सरदार पटेल शक्ति के पुंज थे। इसी कारण शौक़त अली ने उन्हें बर्फ़ से ढका हुआ ज्वालामुखी कहा था। कार्यक्रम में प्रो योगेन्द्र ओझा, डा पंकज, राहुल, सुनील, रंजीत के साथ छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे। सकलडीहा प्रतिनिधि के अनुसार पीजी कॉलेज के सभागार में सोमवार को एकता व अखण्डता के प्रतीक सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्म जयंती मनाई गयीं। इस दौरान कालेज प्रशासन द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर सरदार पटेल के देश हित मे लिए गए फैसलों व कार्यो पर प्रकाश डाला गया। वही छात्र-छात्राओं से सरदार के जीवनी को आत्मसात करने पर वक्ताओं ने बल दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कालेज के प्राचार्य प्रो प्रदीप कुमार पांडेय ने कहा कि विविधता में एकता के सूत्रधार सरदार वल्लभ भाई पटेल समाज मे जातीय भेदभाव के विरोधी थे। कार्यक्रम में भाषण प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलाई गई। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम विनोद विश्वकर्मा, द्वितीय राहुल राजभर व तृतीय स्थान पर रियासत अली रहे। इसी तरह पोस्टर प्रतियोगिता में प्रीति कुमारी प्रथम स्थान पाने में सफल रही। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डा० अभय कुमार वर्मा, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक राहुल राजभर, आकाश गौतम, स्वरावली, रियासत अली, शुभम, विनोद विश्वकर्मा, कुमारी प्रीति, शमा परवीन, अनीशा, प्रीति, सर्ववेदी, आकांक्षा, ज्योति सहित अन्य छात्र.छात्रा सहित शिक्षक मौजूद रहे। चहनियां प्रतिनिधि के अनुसार लोकनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामगढ में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयन्ती धूमधाम से मनायी गयी। मुख्य अतिथि महाविद्यालय के संस्थापक/ प्रबंधक धनंजय सिंह ने सर्वप्रथम लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल के तैल चित्र पर माल्यार्पण व धूप दीप प्रज्जवलित करके कार्यक्रम की शुरुआत किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत के लौहपुरुष सरदार पटेल का आजादी के बाद भारत के एकीकरण में महत्वपूर्ण योगदान था। इस दौरान मुख्य अतिथि धनञ्जय सिंह द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को एकता की शपथ दिलाई गई। इस दौरान मुख्य रूप से सर्वेश शर्मा, गोविंद नारायण, रितेश पांडेय, शिवदत्त पांडेय, अवधेश सिंह लुसन, भृगुनाथ पाठक, धीरेंद्र राय, विवेक सिंह, शिवदत्त पाण्डेय, श्यामसदन, जयप्रकाश सहित सभी प्रशिक्षु उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अभय यादव पीके ने किया। कमालपुर प्रतिनिधि के अनुसार विद्यालय के प्रधानाध्यापक आदर्श शिक्षक बलराम पाठक ने सरदार वल्लभभाई पटेल एवं मां सरस्वती तैलचित्र की प्रतिमा पर मालार्पण किए तथा राष्ट्रीय एकता दिवस पर बच्चों को जानकारी दी। बताया कि सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 गुजरात के नाडियाद में एक किसान परिवार में हुआ था। उन के पिता का नाम झवेरभाई और माता का नाम लाडबा देवी था। सरदार पटेल एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा आजाद भारत के पहले गृहमंत्री थे। उनकी सोच थी कि भारत विविधताओं का देश है। यहां कई धर्म, संस्कृतियाँ, परंपराएँ है। इसलिए राष्ट्र की एकता को बनाए रखना महत्वपूर्ण हैण् यह दिन भारतीय इतिहास में पटेल के योगदान के बारे में जागरूकता फैलाने का उद्देश्य रखता है।इस अवसर पर दौड़, पेंटिंग तथा निबंध प्रतियोगिता कराया गया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी अध्यापक गण रिंकू चंद्र, लकमुद्दीन, राजेश बिंद, मनीषा, शिवमुनि राम तथा रूहिया खानम एवं रसोईया उपस्थित रहे। चकिया प्रतिनिधि के अनुसार सरदार वल्लभ भाई का 145वी जयंती नगर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया गया। वल्लभ भाई पटेल के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सरदार पटेल का ही विजन था कि भारतीय प्रशासनिक सेवाएं देश को एक रखने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवाओं को मजबूत बनाने पर कापी जोर दिया। प्रभारी चिकित्साधिकारी डाक्टर विकास कुमार सिन्हा, वरिष्ठ फार्मासिस्ट डाक्टर आनंद मिश्रा, डाक्टर विनोद गुप्ता, डाक्टर एस एन सिंह, डाक्टर अंशुल सिंह, वंदना सिंह, प्रिया सिंह, विभा सिंह, जयराम प्रसाद, राघवेंद्र तिवारी, पूनम, राजेश श्रीवास्तव, ओमप्रकाश तिवारी, शिवनारायण, रामबली, विनोद कुमार, संतोष कुमार, अखिलेश सहित सभी लोग उपस्थित थे।।