चंदौली। पति की दीर्घायु के लिए लिए सुहागिनों ने करवा चौथ का निर्जला व्रत रखकर पूजा अर्चन किया। अलीनगर प्रतिनिधि के अनुसार देशभर में करवा चौथ का व्रत धूमधाम से सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखी दांपत्य जीवन के लिए निर्जला व्रत है। इस व्रत में आज शाम को माता पार्वती के साथ शिव जी और प्रथम पूज्य गणेश जी की पूजा करती हैं । और करवा के अखंड सौभाग्य की कथा सुनती हैं। रात्रि के समय में चंद्रमा को अघ्र्य देकर पति की लंबी आयु और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करती हैं। एक महिला सुशीला प्रजापति ने बताया कि चंद्रमा को जल अर्पित करने से पति और पत्नी का रिश्ता प्रगाढ़ होता है खुश समृद्धि के साथ जीवन खुशहाली होता है हिंदू धर्म के अनुसार करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि में मनाया जाता है। चहनियां प्रतिनिधि के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि के दिन गुरूवार को सौभाग्यशाली महिलाओ ने पूरे दिन निर्जला ब्रत धारण कर पति के दीर्घायु होने की कामना की। पूरे दिन ब्रत धारण कर देर शाम आसमान से निकलते चन्द्रमा का दीदार कर भगवान विष्णु व शंकर पार्वती का पूजन अर्चन कर पति का पांव पखारा चन्दन लगाकर उनका पूजन अर्चन करने के पश्चात चलनी की आड़ में अपने पति को चॉद का स्वरूप मानकर दीदार किया। फिर पतियों ने अपनी पत्नियों ने चांद का दर्शन किया और पत्नियों को पानी पिलाया। वहीं पत्नियों ने अपने पति के लम्बी उम्र की कामना की। इस अवसर पर स्थानीय कस्बा और बाजारो में पूरे दिन भीड़ लगी रही महिलाओ ने चलनी, कुसके कंज और फल मिष्ठान तथा पूजा की सामग्री सहित वस्त्र साड़ी वगैरह श्रृगांर की सामान खरीदती नजर आयी। ग्रामीण अंचलो में भी इस पर्व के लेकर लोगो में काफी उत्साह देखा गया। भगवान भाष्कर के अस्त होते ही महिलाओं ने देवालयों में जाकर पूर्जन अर्चन किया तत्पश्चात रात्रि में करवा चौथ के पूजन में जुट गयी। पूजन अर्चन के बाद सौभाग्यवती महिलायें घर में बड़े बुजुर्गो का पैर छूकर आर्शीवाद मांगा साथ ही परिजनों व पड़ोसियों में प्रसाद का वितरण कराया ।