चंदौली

चंदौली – गंगा में नाबदान का पानी बहने से आस्थावानों ने जतायी नाराजगी


चहनियां। मोक्षदायिनी कहलाने वाली लोगों के आस्था का प्रतीक मां गंगा में बलुआ बाजार के नाबदान का पानी बहाये जाने से प्रतिदिन गंगा स्नान करने वाले आस्थावानों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए शासन से बाजार के नाबदान के जल निकासी की समुचित व्यवस्था कराये जाने की मांग की है। केन्द्र व प्रदेश में सत्तासीन भाजपा सरकार गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाये जाने को लेकर लगातार दम्भ भरती रहती है। जबकि धरातल पर सच्चाई कुछ और ही है। बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनी मां गंगा लाखों लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। मौनी अमावस्या सहित अन्य कई हिन्दू धर्म के त्योहारों पर लाखों लोग आस्था की डुबकी लगाते है। सत्तासीन भाजपा सहित अन्य कई राजनैतिक दलों व शासन प्रशासन के नुमाइन्दे बलुआ गंगा घाट पर कैंडिल जलाने, आरती के बहाने, निरीक्षण करने, सुन्दरीकरण का सब्ज बाग दिखाने समय समय पर आते रहते है। लेकिन गंगा घाट जाने वाली एक मात्र सड़क पर बहता हुआ नाबदान का पानी जो जाकर सीधे गंगा में गिर रहा है उन्हें दिखाई नही देता या वे देखना नही चाहते यह यक्ष प्रश्न आस्थावानों व बाजार वासियों के लिए बना हुआ है। दीना सेठ, रमेश सेठ, कमलाकर, सोमारू साव, मुरलीधर चौरसिया, सन्तोष चौरसिया, दिलीप पन्डा, सुनील चौरसिया सहित कई बाजार वासियों ने नाबदान के पानी के समुचित निकासी की व्यवस्था कराये जाने की मांग जिलाधिकारी से की है।