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चंदौली I तालाब में डूबकर दो सगी बहनों की मौत


सकलडीहा। कोतवाली क्षेत्र के डैना गांव में मत्स्य विभाग द्वारा आवंटित 16 बीघा की तालाब में मंगलवार को करीब साढ़े तीन बजे दो सगी बहनों की डूबकर मौत हो गयी। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा गया। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिये जिला अस्पताल भेज दिया। मृतक सगी बहने तालाब के समीप अपने भाई के साथ खेल रही थी। डूबने पर भाई ने दादा को सूचना दिया। दादा ने तालाब में कूद कर दोनो सगी बहनों को बाहर निकाला। घटना को लेकर ग्रामीण मर्माहत थे। अमावल गांव के पिंटू बनवासी को तीन पुत्री रेखा, इंदू, बिंदू और दो पुत्र शिवबचन और पवन है। डैना गांव स्थित 16 बीघा की तालाब अमावल गांव के एक बनवासी के नाम से आवंटित है। जिसका संचालन अन्य लोग करते है। पिंटू बनवासी मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता है। पिंटू बनवासी के पिता सहादूर और माता शांति देवी तालाब की देखभाल करती है। रोज की तरह करीब तीन बजे भाई पवन 9 के साथ सगी बहन बिंदू 8 और इंदू 6 तालाब पर पहुंचे थे। खेलते खेलते अचानक इंदू तालाब में गिर गयी। इंदू को बचाने में बिंदू भी तालाब में गिर गयी। जिसे देख भाई दौड़ते हुए दादा दादी को सूचना दिया। भागते हुए दादा ने तालाब में कूद कर दोनों सगी बहनों को किसी तरह बाहर निकाला। जबतक कुछ समझ पाते तबतक दोनों सगी बहनों की मौत होगयी थी। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। रोते बिलखते मां सविता और बड़ा भाई शिवबचन और पिता पिंटू दोनों सगी बहनों का शव देख दहाड़ मारकर रोने लगे। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस दोनों शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल पीएम के लिये भेज दिया। बताया जाता है कि तहसील का दूसरे नम्बर की सबसे बड़ा और गहरा 16 बीघा की तालाब है। ग्रामीणों के अनुसार तालाब के चारों तरह घेरा होता तो शायद दोनो सगी बहनों की जान बच जाता। लेकिन सुरक्षा के नाम पर मत्स्य विभाग द्वारा आवंटी द्वारा कोई समुचित व्यवस्था नही किया गया था। न तो देख भाल के लिये लाइट आदि की व्यवस्था किया गया है।