- चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के गुट के लिए अलग पार्टी नाम और चुनाव चिह्न आवंटित अब चिराग पासवान की पार्टी का नाम लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) होगा। पशुपति कुमार पारस के गुट को ‘राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी’ नाम दिया गया है।
नई दिल्ली: चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के बीच विवाद के बाद अब चुनाव आयोग ने दोनों गुट के लिए अलग पार्टी नाम और चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया है। इसके अनुसार चिराग पासवान की पार्टी का नाम लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) होगा। साथ ही पार्टी का चुनाव चिह्न अब हेलिकॉप्टर होगा। दूसरी ओर पशुपति कुमार पारस के गुट को ‘राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी’ नाम दिया गया है। ‘राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी’ का चुनाव चिह्न सिलाई मशीन होगा।
इससे पहले दो अक्टूबर को चुनाव आयोग ने चिराग पासवान और पशुपति कुमार पारस धड़ों द्वारा लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नाम या उसके चिह्न ‘बंगले’ का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी थी।
बता दें कि पिछले साल लोजपा नेता रामविलास पासवान के निधन के बाद उनके बेटे चिराग पासवान और दिवंगत नेता के भाई पारस ने पार्टी नेतृत्व पर दावा पेश किया था और इस संबंध में चुनाव आयोग से संपर्क किया था। इसके बाद पार्टी में विवाद की बात सामने आई थी। लोजपा की स्थापना रामविलास पासवान ने साल 2000 में की थी।
बिहार में महीने के आखिर में होने हैं उपचुनाव
बिहार में कुशेश्वर स्थान और तारापुर विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव 30 अक्टूबर को होना है। इसे देखते हुए दोनों गुट अपने दावे कर रहे थे। इस पर आयोग ने शनिवार को कहा था कि दोनों धड़े बिहार में आने वाले दिनों में दो विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में अपने उम्मीदवारों को उतारने के वास्ते उपलब्ध चिह्नों का उपयोग कर सकते हैं।