प्रयागराज: रेलवे स्टेशन पर कितने लोग कहां खड़े हैं? कौन सा सामान कहां रखा है? क्या कोई चीज चोरी हुई है या कोई वस्तु हटाई गई है? आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) उसके बारे में सटीक जानकारी देगा, वास्तविक समय में। कहीं धुआं या आग है तो तत्काल अलर्ट देगा।
एआइ रेलवे स्टेशन पर आने वाले लोगों की संख्या पर नजर रखेगा। प्रतिबंधित क्षेत्रों में प्रवेश करने, बाहर निकलने या इधर-उधर घूमने वालों के एक-एक कदम को देखकर अलर्ट जारी किया जा सकेगा।
1275 स्टेशनों पर होगा एआइ का इस्तेमाल
प्रयागराज जंक्शन समेत 1275 स्टेशनों पर एआइ का इस्तेमाल होना है। ये वे चुने हुए स्टेशन हैं, जो अमृत भारत स्टेशन के रूप में अथवा पुनर्विकास योजना के तहत आधुनिक स्टेशन बनाए जाने हैं।
एआइ को बढ़ावा देने के लिए रेलवे बोर्ड से निर्देश जारी हुआ है। बोर्ड ने उत्तर मध्य रेलवे समेत सभी जोनल रेलवे की गठित कमेटी से एआइ के संबंध में रिपोर्ट मांगी है। एआइ का रेलवे में अधिकतम कैसे इस्तेमाल हो, इसके बारे में विस्तार कार्ययोजना बनाई गई है।
आने वाले समय में स्टेशन के कांकोर्स और मुख्य बिल्डिंग में दरवाजे अगर सेंसर तकनीक से खुलने लगे तो चौंकिएगा नहीं, क्योंकि कमेटी ने इसे भी एआइ से लैस करने को कहा है। पुनर्विकसित होने वाले स्टेशनों के प्रतीक्षालय, विश्रामालय, रेलवे कार्यालय में दरवाजे सेंसर तकनीक वाले लगाए जाएंगे।
रेलवे नियंत्रण कक्ष, रख-रखाव और भंडारण क्षेत्रों या निर्माणाधीन परियोजनाओं की साइटों पर स्वचालित एआइ एनालिटिक्स एकीकृत सीसीटीवी से तुरंत काम करेगा।
इन स्टेशनों पर प्रथम चरण में तैयारी
उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज, कानपुर, मथुरा, आगरा, ग्वालियर, अलीगढ़, इटावा, टुंडला, झांसी, मीरजापुर, विंध्याचल, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, सोनभद्र, चित्रकूट धाम। उत्तर रेलवे के वाराणसी, लखनऊ, बरेली जंक्शन, मुरादाबाद, सहारनपुर, देहरादून, मेरठ, गाजियाबाद, दिल्ली, अंबाला, लुधियाना, जालंधर, अमतृसर व पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर, बनारस, बरेली सिटी, पीलीभीत, रामनगर में पहले चरण में एआइ का कार्य होगा।
एआइ का उपयोग यात्री सुविधा, सुरक्षा व निगरानी बढ़ाने में बड़ा परिवर्तन लएगा। इस दिशा में कार्य चल रहा है। पुनर्विकसित होने वाले स्टेशनों पर इसका उपयोग होगा। -हिमांशु शेखर उपाध्याय, सीपीआरओ
सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका
एआइ से लैस कैमरा चेहरे व वाहन नंबर प्लेट की पहचान कर परिसर या प्रतिबंधित क्षेत्रों में प्रवेश या बाहर निकलने वाले व्यक्ति या वाहन के बारे में बता देगा कि वह अधिकृत है या नहीं। पहचान करने, चेतावनी देने, संदिग्धों व अवैध ढंग से पार्क किए गए वाहनों की रिपोर्ट भी एआइ के जरिए हो जाएगी। स्टेशन पर यह परिचालन समस्या या सिस्टम से छेड़छाड़ के प्रयास पर स्वयं ही निदान कर रिपोर्ट करेगा। कैमरे का वीडियो सिग्नल खोने, दृश्य अवरुद्ध होने या फोकस धुंधला होने पर भी उसे ठीक करेगा।