पटना

छपरा: भवन निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता को घूस लेते निगरानी ने दबोचा


      • पटना आवास से 10 लाख के आभूषण बरामद
      • ठेकेदार से रिश्वत ले रहा था अधीक्षण अभियंता
      • प्राक्कलन की तकनीकी स्वीकृति के लिए मांगी थी तीन लाख की रिश्वत

छपरा। भवन निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता रंजन प्रसाद कुमार को पटना विजिलेंस  की टीम ने शनिवार को एक लाख 30 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना मुख्यालय की टीम सारण जिले के भेल्दी थाना क्षेत्र के महरुआ गांव निवासी ठेकेदार इंद्रजीत कुमार सिंह से अधीक्षण अभियंता रंजन प्रसाद कुमार को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। अधीक्षण अभियंता के खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो से ठेकेदार ने शिकायत किया था। आरोप था कि  वित्तीय वर्ष 2019 -20 में समाहरणालय परिसर में स्थित सेल्स टैक्स विभाग के सरकारी भवन के नवीकरण के लिए पुनरीक्षित प्राक्कलन की तकनीकी स्वीकृति प्रदान करने के एवज में तीन की रिश्वत की मांग की जा रही है।

निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने शिकायत का सत्यापन कराया। सत्यापन में आरोप सही पाए गए। इसके आधार पर पुलिस उपाधीक्षक सुरेंद्र कुमार मौआर के नेतृत्व में धावा दल का गठन किया गया। गठित टीम ने शनिवार को छापेमारी की और एक लाख 30 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए उनके कार्यालय से रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के बाद पटना स्थित आवास पर तलाशी के क्रम में अब तक करीब 10 लाख रुपए के सोना चांदी के आभूषण बरामद किया गया है।

अधीक्षण अभियंता होंगे निलंबित, चलेगी विभागीय कार्रवाई

इसको लेकर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने भवन निर्माण विभाग के वरीय अधिकारियों को वस्तु स्थिति से अवगत कराया है तथा विभाग द्वारा अधीक्षण अभियंता को निलंबित करने और उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई प्रारंभ करने का निर्देश दे दिया गया है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के द्वारा अधीक्षण अभियंता के पटना स्थित आवास के अलावा इनके अन्य ठिकानों पर भी जांच तथा छापेमारी की जा रही है।

कई कार्यालयों में ताला लगा कर भागे अधिकारी-कर्मचारी 

निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के द्वारा रिश्वत लेते हुए अधीक्षण अभियंता को गिरफ्तार करने के साथ ही भवन निर्माण विभाग के विभिन्न कार्यालयों में ताला लगाकर कर्मचारी तथा पदाधिकारी फरार हो गये। जैसे ही भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता के कार्यालय के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किए जाने की सूचना मिली। वह अपने कार्यालय में ताला लगा कर फरार हो गए।

यह मामला प्रशासनिक महकमे में दिनभर चर्चा का विषय बना रहा। भवन निर्माण विभाग के अलावा पथ निर्माण विभाग ग्रामीण विकास विभाग जल संसाधन विभाग समेत विभिन्न तकनीकी विभागों में निगरानी की करवाई की चर्चा होती रही और इन कार्यालयों अधिकारी कर्मचारी कार्यालय छोड़कर फरार हो गए।