जयपुर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को जयपुर स्थित अपने सरकारी आवास पर रोजा इफ्तार की दावत दी । रोजा इफ्तार की दावत में बारां जिले के छबड़ा में पिछले साल 11 अप्रैल को हुए दंगे के मुख्य आरोपित आसिफ हसाड़ी के शामिल होने को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है। आसिफ ने रोजा इफ्तार की दावत में शामिल होने के साथ ही महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश और जलदाय मंत्री महेश जोशी के साथ मुख्यमंत्री निवास पर फोटो भी खिंचवाए ।
भाजपा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने सवाल उठाते हुए कहा कि दंगों के आरोपित का सीएम के सरकारी आवास तक पहुंचना सुरक्षा के लिए सही नहीं है। आसिफ छबड़ा दंगों का मुख्य आरोपित है । कई दिनों तक वह इस मामले जेल में भी रहा है । सिंघवी ने कहा कि जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद वह कांग्रेस के नेताओं के साथ कई बार नजर आ चुका है। सिंघवी ने आसिफ के साथ मंत्रियों के फोटो भी इंटरनेट मीडिया पर जारी किए ।