भोजपुरी अश्लील गीतों में अश्लीलता पर लगे रोक
(आज समाचार सेवा)
पटना। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में १६२ फरियादियों ने फरियाद की जिसका मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल्द इन शिकायतों का दूर करने का निर्देश अधिकारियों को दिया। भोजपुर के एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से कहा कि भोजपुरी गीतों में खुलेआम अश्लीलता परोसी जा रही। यह भी कहा कि भोजपुरी फिल्मों और गाने के नाम पर खुलेआम अश्लीलता परोसा जा रहा है उस पर प्रभावी तरीके से रोक लगे। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को इस पर समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
भागलपुर से आयी एक महिला ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका के चयन में गड़बड़ी की जा रही है। एक अन्य महिला ने कहा कि उनके पति की मौत कारोना से हो गयी है। सरकार की तरफ से जो देय राशि है वो उन्हें अब तक नहीं मिल पायी है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग से कहा कि जितने भी लोगों को सहायता राशि नहीं मिली है उन लोगों को शीघ्र इसका लाभ दिलायें।
एक लडक़ी ने कहा कि हमारे पिता शिक्षक थे। २०१९ में उनकी मृत्यु हो गयी, लेकिन उनकी जगह पर हमें नौकरी नहीं दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने इस मामले की जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सीवान के एक शख्स ने आयुष्मान कार्ड नहीं बनने की शिकायत की। देसरी वैशाली के एक व्यक्ति ने प्राथमिक स्वास्थ्य केद्र देसरी को ३० बेड में स्वास्थ्य केंद्र बनाने की मांग की। शिवहर के एक फरियादी ने दिव्यांग पेंशन की राशि में वृद्घि करने पूर्वी चंपारण की एक महिला ने विधवा पेंशन बंद हो जाने की बात कही।
जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, एससी-एसटी कल्याण मंत्री संतोष कुमार सुमन, विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह, सूचना प्रावैधिकी एवं श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार, कला संस्कृति एवं युवा मंत्री आलोक रंजन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार के अलावा संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव, ओएसडी गोपाल सिंह, जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह एवं एसएसपी उपेंद्र शर्मा उपस्थित थे।