कोरोना से बिहार के बाहर हुई मौतों पर भी मुआवजा : सीएम
(आज समाचार सेवा)
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को जनता के दरवार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में 134 लोगों की शिकायतों को सुना तथा उसका निबटारा किया। इसमें २५ महिलायें और १०९ पुरूष थे।
जनता के दरवार मुख्यमंत्री कार्यक्रम में आये एक फरियादी ने कहा कि उसकी पत्नी को कारोना हो गया था, उस समय वे उसे दिल्ली चले गये, जहां उनकी पत्नी की मौत हो गयी। जब पत्नी की मौत के बाद मुआवजो के लिए आवेदन दिया तो बताया गया कि मौत बिहार से बार हुई है। इसलिये मुआवजे का प्रावधान नहीं है। शिकायत सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला की मौत भले ही बिहार से बाहर हुई, लेकिन वह बिहार की निवासी हैं ऐस में मुआवजा मिललना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने तत्कालल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस संबंध में उचित कार्रवाई करें। अरवल से आये एक शिक्षक ने मुख्यमंत्री से कहा कि हम नियोजित शिक्षक हैं और अन्यत्र कहीं स्थानांतरित कर दिये गये हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब आप नियोजित शिक्षक नहीं हैं बल्कि शिक्षक हैं। मुख्यमंत्री ने शिक्षक की शिकायत पर शिक्षा विभाग को इस मामले में कार्रवाई करने को कहा।
बांका के शंभुगंज प्रखंड से आयु एक युवती ने मुख्यमंत्री ने कहा कि हम स्नातक पास हैं। इसके बाद भी हमें प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है। इस पर मुख्यमंत्री ने ततकाल कार्रवाई के निर्देश दिये।
एक युवती ने मुख्यमंत्री से कहा कि उसकी टीम में १० लड़कियां हैं और सबने मिलकर दहेज प्रथा और बाल विवाह पर काम किया था लेकिन अभी तक उनलोगों को काम का भुगतान नहीं हुआ। इस समस्या को लेकर भी मुख्यमंत्री जांचोपरांत समुचित कार्रवाई करने को कहा। भोजपुर से आये एक फरियादी ने कहा कि उसने २००५ में सहारा इंडिया में पैसा जमा किया था लेकिन उसका सारा पैसा डूब गया। यह सुनते ही मुख्यमंत्री ने कहा कि सहारा इंडिया तो प्राइवेट बैंक है। प्राइवेट बैंक में पैसा क्यों जमा किये थे। मुख्यमंत्री ने इस मामले में भी अधिकारियों को उचित कार्रवाई के निर्देश दिये।
बेगूसराय जिला के खोदाबंदपुर प्रखंड के राजू कुमार विकलांगता प्रमाण पत्र को लेकर तो गोपालगंज की सोनी कुमार ने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की तीसरी किस्त के नहीं मिलने की शिकयत लेकर पहुंची। मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभाग को कार्रवाई के निर्देश दिये।
पश्चिम चंपारण के योगापट्टी के नेसार अहमद ने रोजगार लोन नहीं मिलने, पूर्णिया के बड़हरा प्रखंड के गौरव कुमार सिंह शारीरिक शिक्षक एवं स्वास्थ्य अनुदेशक के बहाली के संबंध तो नालंदा के रहुई प्रखंड की किरण कुमारी ने आंगनबाड़ी में अनियमित नियुक्ति को लेकर शिकायत की जिसके समाधान का निर्देश सीएम ने दिया। पटना के मसौढ़ी के अश्विनी कुमार ने नगारिकों से जुड़ी समस्याओं के समाधान को लेकर अपनी बातों को रखा तो पटना सदर के केसरी किशोर ने वर्ष २०१५ में भूकंप त्रास्दी के कारण मकान के धंस जाने को लेकर अब तक नहीं मिले मुआवजे के संबंध में शिकायत की। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को इसके समाधान का निर्देश दिया।
जनता के दरवार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, श्रम संसाधन मंत्री जिवेश कुमार, एससी-एसटी कल्याण मंत्री संतोष कुमार सुमन, सूचना एवं प्रावैधिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह, कला संस्कृति एवं युवा मंत्री आलोक रंजन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, डीजीपी एसके सिंघल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, संबंधित विभागें के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव, मुख्यमंत्री के आरेएसडी गोपाल सिंह, डीम पटना डा चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी उपेंद्र शर्मा आदि मौजूद थे।