आदेश के मुताबिक किसी भी तरह के ड्रोन या अन्य अनमैन्ड एरियल व्हीकल्स (UAVs) रखना प्रतिबंधित होगा. प्रशासन ने कहा है जिनके पास भी ऐसे पहले से ऐसी डिवाइसेज हैं, उन्हें नजदीकी थाने में जमा करा दें. श्रीनगर के जिलाधिकारी मोहम्मद ऐजाज ने अपने ऑर्डर में कहा कि यह फैसला एसएसपी की सिफारिशों के बाद लिया गया है. जिले में ड्रोन या ऐसे ही UAVs को रखने/बेचने/जमा करने, इस्तेमाल करने या ट्रांसपोर्ट करने पर प्रतिबंध होगा. सरकारी विभाग जो र्डोन्स का यूज करते हैं, उन्हें ऐसा कुछ करने से पहले स्थानीय थाने में सूचना देना होगी.
पहले कठुआ में बैन किए गए थे ड्रोन
इससे पहले कठुआ के जिलाधिकारी राहुल यादव की ओर से जारी आदेश में कहा गया था, ‘यह देखा गया है कि सामाजिक और सांस्कृतिक समारोहों में फोटो खींचने और वीडियो बनाने के लिए छोटे ड्रोन कैमरों का उपयोग बढ़ गया है. राष्ट्र विरोधी तत्व जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में मानव जीवन को नुकसान पहुंचाने, जोखिम पैदा करने के लिए ड्रोन और उड़ने वाली वस्तुओं का उपयोग कर सकते हैं. इसीलिए कठुआ में इस तरह के ड्रोन पर बैन लगाया जा रहा है.’
NIA ने शुरू की जम्मू ड्रोन हमले की जांच
जम्मू में हुए ड्रोन हमले (Jammu Drone Attack) की जांच अपने हाथ में लेने के बाद NIA के बड़े अधिकारी बृहस्पतिवार को घटना स्थल पहुंचे. हालांकि एजेंसी के सुपरिंटेंडेंट स्तर के अधिकारी पहले दिन से धमाके की साइट पर जाते रहे, लेकिन अब आधिकारिक तौर पर जांच की शुरुआत हुई है.