पटना

जहानाबाद: पहले चरण के चुनाव की मतगणना संपन्न, कई नए लोगों के सर बंधा जीत का सेहरा, कई निर्वतमान मुखिया नही बचा पाए सीट


जहानाबाद। रविवार को पहले चरण के तहत काको प्रखंड में हुए पंचायत चुनाव का परिणाम देर शाम तक जारी हो गया। चुनाव परिणाम में कई मुखिया अपनी सीट बचा नहीं पाए। मतदाताओं ने नये चेहरे पर ज्यादा भरोसा किया। प्रखंड के पिंजौरा पंचायत से जिला मुखिया संघ के निवर्तमान अध्यक्ष हरिलाल यादव चुनाव में पराजित हो गए। उन्हें रामानंद यादव ने कड़े संघर्ष में 32 वोटों से हराया। वहीं बढ़ौना पंचायत में भी मतदाताओं ने मोही राम को मुखिया चुना, वे 151 वोट से जीत दर्ज करने में कामयाब रहे। प्रखंड के अमथुआ पंचायत से लगातार तीन बार चुनी गई तेज तरार प्रमिला देवी को हार का सामना करना पड़ा। वर्ष 2001 से ही मुखिया पद के लिए संघर्ष कर रहे मेराज अहमद सुडू को आखिरकार वोटरों का भरोसा नसीब हुआ और वे मुखिया चुने गए।

सबसे अधिक कांटे का मुकाबला डेढ़सैया पंचायत में रहा। यहां से लल्लू यादव सिफ़र् पांच वोट से चुनाव जीतने में कामयाब रहे। प्रखंड की खालिसपुर पंचायत से मिन्ती देवी मुखिया के तौर पर चुनी गई। वहीं नोन्ही से मालती देवी को मुखिया के चुनाव में जीत नसीब हुई। उतर सेरथु पंचायत से सरोज देवी 503 मतों से विजयी घोषित की गईं। बता दें कि उनके पति रंजय कुमार उर्फ सफ़ू सिंह पंचायत के लगातार तीन बार मुखिया रह चुके हैं। वर्ष 2016 में उन्होंने अपनी पत्नी सरोज देवी को चुनाव मैदान में उतारा था। लेकिन, तब जीत नसीब नहीं हुई थी। बरावां पंचायत में भी नया चेहरा सिमन राज मुखिया पद के लिए चुनी गई। उन्होंने 384 मतों से जीत हासिल की।


समय से खाना नहीं मिलने से गुस्साए कर्मीयों ने मतगणना कार्य का किया बहिष्कार

  • अधिकारियों के समझाने के बाद शुरू हुई मतगणना, घंटों बाधित रही गिनती

जहानाबाद। प्रथम चरण में काको प्रखंड में डाले गए वोटों की गिनती के दौरान पहले दिन ही खाना को लेकर एसएस कॉलेज काउंटिंग केन्द्र पर भारी अराजकता का आलम रहा। घोर अव्यवस्था से क्षुब्धा मतदान कर्मियों ने गिनती का बाहिष्कार कर दिया। मतगणना के दौरान कर्मियों ने खानपान में कुव्यवस्था का आरोप लगा दोपहर बाद मतगणना कार्य का बहिष्कार कर दिया। इसी प्रकार ईवीएम ढोने में लगे 50 से अधिक की संख्या में मजदूरों ने भी खाना नहीं मिलने पर कार्य करने से हाथ खड़े कर दिए। मतगणना कर्मियों ने डीपीआरओ गुलाब हसन, एसडीओ, बीडीओ समेत अन्य अधिकारियों को बताया कि वे लोग लोगों को सुबह मतगणना कार्य में जुटे हुए हैं। सुबह दस बजे नाश्ता मिला है। उसके बाद से तीन बजने को है, लेकिन खाना मयस्सर नहीं हुआ है। दरअसल दोपहर में काफ़ी कम मात्रा में भोजन का पैकेट आया था, जो आधे मतगणना कर्मियों को भी पूरा नहीं हो सका था जिससे मतगणना कर्मी काफ़ी खफ़ा थे।

मतदान कर्मियों का यह भी कहना था कि अगर जिला प्रशासन द्वारा उनलोगों को पूर्व से बता दिया जाता कि तो वे घर से अपना टिफि़न लेकर आते। कम से कम भूखे रहकर काम तो नही करना पड़ता। कर्मियों ने बताया कि उन लोगों को तो पहले ही खाना केंद्र पर मिलने की बात कही गई थी, लेकिन उन लोगों को पांच घंटे तक खाना पानी कुछ भी नहीं मिल पाया। इधर मतगणना कर्मियों के रोष जताने के बाद प्रशासनिक अधिकारी हरकत में आए। खबर पाकर डीएम हिमांशु कुमार राय भी दल बल के साथ मतगणना केंद्र पर पहुंचे व कर्मियों से वार्ता कर मतगणना शुरू कराया। वहीं अधिकारियों ने खाना सप्लायर को फ़टकार लगाई। बाद मे चार बजे से खाना का दूसरा खेप आया, जो मतगणना कर्मियों को दिया गया, जिसके बाद मतगणना शुरू हुई। इस बीच तकरीबन एक घंटा मतगणना का काम बंद रहा। कुल मिलाकर काउंटिंग के पहले दिन ही प्रशासन की कुव्यवस्था खुलकर सामने आती दिखी।


वहीं सैदाबाद पंचायत से 174 वोटों से अरविंद ठाकुर मुखिया पद के लिए चुने गए। वहीं बारा पंचायत से रीना देवी पंचायत की मुखिया बनने में कामयाब हुईं। वहीं दमुहा पंचायत से चंदन पासवान ने मुखिया के चुनाव में 318 वोटों से जीत हासिल की। काको जिला परिषद भाग से अजीत मिस्त्री को दुबारा मतदाताओं ने अपना प्रतिनिधि चुना। वे 2209 वोट से चुनाव जीतने में सफ़ल रहे। वहीं काको भाग-2 से निवर्तमान जिला पार्षद रामबाबू पासवान को हार का सामना करना पड़ा। सुधीर चौधरी 384 वोटों से जीत दर्ज किए। वहीं खालिसपुर पंचायत से सरपंच के चुनाव में मो॰ सकलैन विजयी घोषित किए गए। वहीं काको प्रखंड के निवर्तमान प्रमुख उमेश प्रसाद भी पंचायत समिति का चुनाव हार गए। उन्हें नोन्ही गांव निवासी रविकांत ने 50 वोटों से शिकस्त दी।

मतगणना को ले केंद्र बाहर समर्थकों की उमड़ी भीड

एसएस कॉलेज मे मतगणना को ले कॉलेज परिसर एवं उसके आसपास सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई थी। मतगणना केंद्र के कई चक्रों में सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। मतगणना केंद्र के 500 मीटर दूरी पर वाहनों को रोक दिया जा रहा था, जबकि कालेज के मुख्य द्वार पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बल की तैनाती की गई थी। मुख्य द्वार पर जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के कई बड़े अधिकारी मौजूद थे। जो वैध पास रखने वाले लोगों को ही अंदर आने की इजाजत दे रहे थे। उधर कॉलेज के मुख्य द्वार के सामने सड़क पर विभिन्न पंचायतों से आए प्रत्याशियों एवं समर्थकों का भारी हुजूम उमड़ा था।

सुबह आठ बजे से मतगणना का कार्य प्रारंभ हुआ तथा बारी-बारी से प्रत्याशियों को मतगणना केंद्र में बुलाया जा रहा था। मतगणना के बाद जीते प्रत्याशियों को दोपहर से प्रमाण पत्र भी दिया जाने लगा था। इधर चुनाव नतीजे आते ही जीते प्रत्याशियों एवं उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ती थी। उम्मीदवार एवं उसके समर्थक एक दूसरे को बधाई दे रहे थे। कॉलेज के बाहर मेन रोड पर जीते उम्मीदवारों के समर्थकों ने द्वारा जिंदाबाद के नारों के बीच खूब रंग गुलाल भी उड़ा रहे थे। कहीं-कहीं मिठाइयां भी बट रही थी, जबकि हारे प्रत्याशी गम में डूब किनारे से खिसक ले रहे थे।