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- सांसद, विधायक एवं डीएम समेत कई अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि
- शहीद मनीष के जयकारे से गूंजा मखदुमपुर सागरपुर रोड गांव का इलाका
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मखदुमपुर (जहानाबाद)। शहीद मनीष का पार्थिव शरीर पैतृक गांव सेवती पहुँचते ही पूरा गाँव गमगीन हो गया। शहीद के पार्थिव शरीर के साथ अरुणाचल प्रदेश से आये कर्नल कुश जौली, कमांडेंट संदीप धानकड़, जहानाबाद सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, मखदुमपुर विधायक सतीश कुमार दास, जिला अधिकारी नवीन कुमार सिंह, एसपी दीपक रंजन, एडीएम अरविंद मंडल, एसडीएम निखिल धानराज निपकर, एसडीपीओ अशोक पांडेय, जदयू जिलाध्यक्ष राहुल कुमार, भाजपा जिला अध्यक्ष सुरेश शर्मा, जिला पार्षद संगीता देवी समेत जिले से लेकर प्रखंड के तमाम पदाधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर आर्मी दानापुर एवम गया कैंट और जिला बल के जवानों ने श्रद्धांजलि सलामी दी। शव जैसे ही शहीद के घर पर पहुंचा तो महिलाओं की चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया। शहीद की पत्नी प्रियंका कुमारी शहीद का भाई पीयूष किसान पिता राधेश्याम शर्मा समेत परिजन दहाड़ मार कर रो रहे थे। वही पुत्र गोविंद एवं पुत्री वैष्णवी पार्थिव शरीर लगातार देख रहे थे उन्हें पता भी नहीं है कि उनके पिता शहीद हो गए हैं।
वहीं दोपहर में घर से निकले अंतिम यात्रा में आर्मी के जवान मातमी घुन बजाते हुए श्मशान घाट पहुंचा जहां हजारों हजार की संख्या में पहुंचे लोगों के उपस्थिति में शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। शहीद का 6 वर्षीय पुत्र गोविंद ने अपने पिता को मुखाग्नि दिया। वही जवानों ने सलामी देकर अंतिम विदाई वीर शहीद को दिया। भारत माता की जयकारे से पूरा इलाका गुंज रहा था। हर ओर से केवल शहीद मनीष अमर रहे, भारत माता की जय, बंदे मातरम की आवाज सुनाई दे रही थी।
इस मौके पर ग्रामीणों ने गांव के स्कूल का नाम शहीद मनीष के नाम पर करने, गांव में शहीद के नाम पर अस्पताल बनाने, कोयली के समीप शहीद के नाम पर गेट बनाने एवम शहीद स्थल पर स्मारक बनाने की मांग उपस्थित अधिाकारियों से की। इसके पूर्व युवाओं ने कोईली मोड़ के समीप से 500 मीटर का तिरंगा यात्रा निकाला।