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- गंधार पैक्स में धान खरीद की धांधली में जांच को लेकर डीएम ने गठित की है कमिटी
- वैना के किसानों ने सीएम नीतीश से की थी शिकायत
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जहानाबाद। सीएम नीतीश कुमार पैक्स के गड़बड़ी को लेकर गंभीर है। सीएम ने जहानाबाद के डीएम हिमांशु कुमार राय को जिले के गंधार पैक्स द्वारा धान खरीद में की गई धांधली की जांच निर्देश दिया है। डीएम ने सीएम से मिले निर्देश के आलोक में तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है। जांच टीम में एडीएम अरविंद कुमार मंडल, एसडीओ मनोज कुमार और डीआरडीए के निदेशक पंकज कुमार घोष को शामिल किया गया है।
दरअसल, पूरा मामला किसानों से धान लेकर उसकी प्राप्ति रसीद नहीं देने तथा पैसों का भुगतान नहीं करने से संबंधित है। इसकी शिकायत वैना गांव निवासी प्रेमसागर शर्मा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की थी। इसके आलोक में डीएम को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था। जानकारी के अनुसार किसानों से पैक्स अध्यक्ष द्वारा करीब 600 क्विंटल धान ले लिया गया और उसकी प्राप्ति रसीद नहीं देकर सीधे बैंक खाते में राशि भेजने की बात कही गई। लेकिन जब धान खरीद की अंतिम तिथि 15 फरवरी से 01 दिन पहले तक किसानों को पैसे का भुगतान नहीं किया गया तो इसकी शिकायत बीसीओ और डीसीओ से की गई। लेकिन, इन लोगो द्वारा भी समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की गई जिससे किसानों के सैकड़ों क्विंटल धान की हेराफेरी कर लाखों रुपए का गबन कर लिया गया।
इधर पूरे मामले की जांच की गई है, जिसके बाद मामले में कार्रवाई तय है। जांच के क्रम में यह बात भी सामने आई है कि किसानों से धान की खरीद में वजन में भी हेराफेरी कर सैकड़ों क्विंटल धान का गबन किया गया है और फर्जी स्टॉक दिखाने के लिए धान तो ले लिया गया, लेकिन उसकी प्राप्ति रसीद और ऑनलाइन इंट्री नहीं की गई। इतना ही नहीं पैक्स अध्यक्ष द्वारा बाजार से धान खरीद कर उसे पैक्स में बेचा गया और वास्तविक किसानों से धान लेकर उसका इस्तेमाल फर्जी स्टॉक दिखाने के लिए किया गया। पैक्स अध्यक्ष द्वारा किसानों के साथ विश्वासघात किया गया और उनके सालों भर की मेहनत की कमाई का गबन कर लिया गया। किसानों का कहना है कि वे लोग धान बेचकर उस पैसे से अपने परिवार की जीविका चलाते हैं लेकिन पैक्स अध्यक्ष द्वारा उनकी कमाई की लूट कर ली गई।
जांच टीम ने डीएम के आदेश पर वैना गांव जाकर पीड़ित किसानों से पूछताछ की और गंधार स्थित पैक्स के गोदाम का भी निरीक्षण किया है। इसमें गड़बड़िया पाई गई है। जांच के क्रम में यह बात भी सामने आई है कि पैक्स अध्यक्ष द्वारा किसानों को प्राप्ति रसीद नहीं देकर मनमाने तरीके से काम किया जा रहा था और पैक्स का कार्यालय भी गंधार स्थित पैक्स मुख्यालय की जगह जहानाबाद स्थित अपने निजी आवास से संचालित कर रहे थे।बहरहाल मामले में सीएम के हस्तक्षेप और डीएम के रुख को देखते हुए किसानों के हित में कड़ी कार्रवाई होनी तय है।