- नई दिल्ली, । केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने रविवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य की जनता के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा, ‘ केरल ने LDF के पक्ष में फैसला दिया है। परन्तु यह समय जीत का जश्न मनाने का नहीं है क्योंकि कोविड संक्रमण बढ़ रहा है। यह समय कोविड संक्रमण के खिलाफ लड़ाई लड़ने का है।’ सोमवार को शपथ लेने वाली खबर को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा,’ सोमवार को तिरुअनंतपुरम पहुंचने के बाद मैं अपना इस्तीफा सौपूंगा। पार्टी से चर्चा और विचार विमर्श के बाद ही आगे का फैसला लिया जाएगा।’
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आगे कहा, ‘ केरल में आज 31,950 नए COVID-19 के मामले सामने आए और 49 मौतें दर्ज़ की गई हैं।’ मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ‘शीर्ष भाजपा नेताओं ने ऐलान किया कि वे सरकार का गठन करने जा रहे। उस वक्त हमें कहा गया कि इस चुनाव में उनका मौजूदा खाता बंद हो जाएगा। प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व मुख्यमंत्रियों समेत भाजपा नेता यहां कैंपेन करने आए थे।’
केरल विधानसभा का कार्यकाल एक जून को खत्म हो जाएगा। वर्ष 2016 में कम्युनिस्ट पार्टी की अगुवाई वाले गठबंधन लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट को 91 सीटों पर जीत मिली थी। इसके बाद 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर पिनाराई विजयन ने शपथ ली। चुनाव आयोग की ओर से कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के मद्देनजर मतगणना के दौरान या उसके बाद सभी तरह की विजयी जुलूसों पर रोक के निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद तमिलनाडु व पश्चिम बंगाल में पार्टी समर्थक जश्न मनाते दिखे जिसपर आयोग ने संज्ञान लिया।
बता दें कि चुनाव आयोग ने मतगणना की तैयारियों को लेकर भी दिशानिर्देश दिए हैं। इसके तहत मतगणना केंद्र के बाहर भीड़ पर रोक लगाई गई। जीत का प्रमाणपत्र लेने के लिए जाने वाला विजेता उम्मीदवार केवल दो लोगों के साथ ही जा सकता है। बगैर RT-PCR टेस्ट के किसी भी पोलिंग एजेंट को मतगणना केंद्र पर प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई है। साथ ही उन्हें पीपीई किट पहनना अनिवार्य है।
आज चार राज्यों व एक केंद्रशासित प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती की जा रही है। कई सीटों के परिणाम आ चुके हैं और कई के बाकी हैं। इस क्रम में जीतने वाले धड़ों के बीच शुभकामना संदेशों के साथ जश्न और खुशी की लहर भी है। बता दें कि केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में एक चरण में 6 अप्रैल को मतदान किया गया था।