मऊ

जीत बेपनाह मोहब्बत का परिणाम… अनर्गल प्रलाप कर सरकार को न करें बदनाम-मनोज राय


मऊ।निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित होने और खुद उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान द्वारा फूलों का गुलदस्ता लेकर शुभकामनाएँ प्रकट करने मनोज राय के आवास पर पहुंचने के बाद सामने आयी श्री राय की अहमियत ने एक नये सवाल को जन्म दे दिया है। एक तरफ जहाँ विपक्ष यह आरोप लगा रहा है कि शासन-प्रशासन के दम पर मनोज राय ने यह जीत हासिल की है।वहीं श्री राय ने सोमवार को विपक्षियों के इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए “आज” से एक विशेष बातचीत में कहा कि सरकार को बदनाम न करें।उनकी जीत जनपदवासियों की बेपनाह मोहब्बत का परिणाम है।यही वज़ह है कि चौंतीस जिला पंचायत सदस्यों में से एक ने भी उनके विरूद्ध नामांकन पत्र तक दाखिल नहीं किया।निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित होने की असली वज़ह यही है।उन्होंने कहा कि चौंतीस जिला पंचायत सदस्यों में सिर्फ़ दो सदस्य ही भाजपा के जीते थे।ऐसे में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीतना बहुत आसान नहीं था।उन्होंने साफ कहा कि अगर शासन-प्रशासन सपा के उम्मीदवार का कहीं से दमन करता तो चौंतीस सदस्यों में से कोई न कोई सदस्य जरूर नामांकन कर देता।क्योंकि सपा के अलावा बसपा और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी सहित ज्यादातर निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव जीते थे।इस प्रकार देखा जाय तो जिला पंचायत अध्यक्ष का निर्विरोध निर्वाचन अप्रत्याशित परिणाम नहीं बल्कि जनपदवासियों की बेपनाह मोहब्बत का ही नतीजा है।जो,विपक्षियों को बेचैन कर रखा है और वे अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं।जनता में वे ब्लाक प्रमुख और पहले भी जिला पंचायत सदस्य रहते हुए बेहद लोकप्रिय रहे।उनकी लोकप्रियता का ही प्रमाण है कि सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी उनके सहादतपुरा स्थित आवास पर पहुंचकर बधाईयाँ देने वालों का तांता लगा हुआ है।परशुराम सेना के राष्ट्रीय महासचिव अजित पाण्डेय और अविनाश पाण्डेय ने भी उनके आवास पर पहुंच कर आज शुभकामनाएँ व्यक्त किया।