पाकुड़। झारखंड विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता अमर कुमार बाउरी (Amar Kumar Bauri) ने गुरुवार शाम पाकुड़ के गोपीनाथपुर गांव (Gopinathpur Violence) में उपद्रव प्रभावितों से मिलने पहुंचे।
प्रभावितों से मिलने के बाद अमर बाउरी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की सीमा पर बसे झारखंड (Jharkhand Politics) के गांव गोपीनाथपुर में जिस तरह की घटना घटी इसे देखकर नहीं लगता है कि यह दो राज्यों की सीमा पर है। ऐसा लग रहा है जैसे हम बांग्लादेश या किसी अंतराष्ट्रीय सीमा पर हैं।
जवाब दे JMM, कांग्रेस और RJD: बाउरी
अमर बाउरी ने कहा कि गाेवंश झारखंड में प्रतिबंधित है। इसके मांस को प्रतिबंध की सूची में रखा गया है। जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी यह स्पष्ट करें कि वे गोवंश को प्रतिबंधित मानते हैं कि नहीं।
उन्होंने कहा कि जब ये प्रतिबंधित है, तो फिर किस तरह से गोवंश जिसे माता के रूप में माना जाता है, को हिंदू आबादी में सड़क किनारे खुले में काटा गया।
गोवध तालिबानी मानसिकता का प्रदर्शन
बाउरी ने कहा खुले में गोवंश वध लोगों को ललकारने वाला और तालिबानी मानसिकता का प्रदर्शन करता है। जब इसका विरोध किया जाता है, तो बगल के नदी के उस पार रहने वाले हजारों लोग हमला कर देते हैं। लोगों के घरों को लूट कर जला देते हैं। प्रशासन पर हमला किया जाता है।
सीएम चंपई पर बोला तीखा हमला
राज्य सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए बाउरी ने कहा कि गोपीनाथपुर में इतनी बड़ी घटना घट जाती है और राज्य के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन (Champai Soren), मंत्री, स्थानीय जन प्रतिनिधि मुंह में दही जमाए बैठे हैं।
कहा- झारखंड को बांग्लादेश नहीं बनने देंगे
उन्होंने कहा कि यहां के लोग डरे हुए हैं कि पुलिस के जाने के बाद फिर उनपर लोग आकर हमला कर देंगे। हम पाकुड़ को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश नहीं बनने देंगे।
प्रशासनिक कार्रवाई की तारीफ की
उन्होंने प्रशासन के कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रशासन ने यहां के लोगों को अभय दिया है। लोगों का भय दूर करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। उन्होंने पीड़ित परिवार को तुरंत मुआवजा की मांग की।
डेमोग्राफी चेंज करने की साजिश का लगाया आरोप
उन्होंने कहा कि लव जिहाद, लैंड जेहाद के तहत सीधा-सीधा डेमोग्राफी को चेंज किया जा रहा है। उन्होंने गांव में अविलंब पुलिस पिकेट खोलने की मांग की है।
राजमहल MLA ने हमलावरों पर सख्त कार्रवाई करने की अपील की
राजमहल विधायक अनंत ओझा ने कहा कि पाकुड़ प्रशासन व झारखंड पुलिस को सख्ती के साथ हमला करने वाले को हमलावर समझ कर दंडात्मक कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि अन्य राज्य के लोगों ने यहां आकर विधि व्यवस्था को प्रभावित की है, इसपर झारखंड सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।