सोमवार को बाजार खुलते ही डॉलर के मुकाबले यूरो की कीमत 0.70 फीसदी गिरकर 0.9884 पर पहुंच गई, यह दिसंबर 2002 के बाद यूरो का डॉलर के मुकाबले सबसे कमजोर भाव है।
यूरो की कीमत में बड़ी गिरावट
इस साल की शुरुआत से ही यूरोपियन मुद्रा, डॉलर के मुकाबले लगातार कमजोर होती जा रही है। रूस- यूक्रेन युद्ध के बाद इसमें बड़ी गिरावट देखने को मिली है। इस साल की शुरुआत में डॉलर के मुकाबले यूरो का भाव 1.14 के करीब था, जो अब गिरकर 0.99 पर आ गया है।
गैस आपूर्ति बंद होने के बाद दिखा दबाव
रूसी दिग्गज गैस कंपनी गजप्रोम ने शुक्रवार को कहा कि नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन जो कि इस सप्ताह के अंत तक शुरू होनी थी, अब अनिश्चित समय के लिये बंद हो सकती है। इसके पीछे का कारण बताते हुए उसने कहा था कि तीन दिन के प्लान्ड रख-रखाव ऑपरेशन के दौरान एक टरबाइन में ‘तेल लीक’ की जानकरी मिली है। उसके ठीक होने तक यह बंद रहेगी। बाल्टिक सागर के नीचे सेंट पीटर्सबर्ग से जर्मनी तक चलने वाली पाइपलाइन के माध्यम से गैस डिलीवरी शनिवार को फिर से शुरू होने वाली थी।
रूस ने आरोप लगाया है कि यूरोपीय प्रतिबंधों के कारण सीमेंस टरबाइन जो कि मरम्मत के लिए कनाडा गई थी, वापस नहीं आ सकी है। बता दें, यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद पश्चिमी देशों ने रूस पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं, जिसके कारण रूस को अन्य देशों के साथ व्यापार करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।