जैन धर्म के २३वें तीर्थकर श्री १००८ चिन्तामणि पाश्र्वनाथ जी के २८९७वें जन्मकल्याणक पर शनिवार को वाराणसी में जन्मे पाश्र्वनाथ जी की शोभायात्रा निकाली गयी। श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में पूर्वाह्नï दस बजे श्री दिगम्बर जैन पंचायती मंदिर ग्यालदास साहू लेन से तीर्थकर कीशोभायात्रा प्रारम्भ होकर सोराकुंआ ठठेरी बाजार होते हुए चौक पहुंची। वहां उपस्थित समाज के लोगों ने भगवान की आरती उतारी। पुन: ग्यारह बजे रथयात्रा प्रारम्भ हुयी। जिस रथ पर भगवान विराजमान थे उसे भक्तगण स्वयं खींचकर अपनी श्रद्घापुष्प अर्पित कर रहे थे। इन्द्रगण भगवान को चंवर डोला रहेथे। श्रद्घालु भक्तगण रास्ते में आरती एवं पुष्पवर्षा कर रहे थे। रास्ते में भक्तगण भगवान का जयकारा एवं भजन करते हुए चल रहे थे। रथयात्रा, बासफाटक, गोदौलिया होते हुए सोनारपुरा पहुंची। शोभायात्रा में अंहिसा परमोधर्म, जय जय जिनेन्द्र देव की भवसागर नाव खेव की एवं जियो और जीने दो का जयकारा लगा रहे थे। भेलूपुर जैन मंदिर पहुंचने पर शोभायात्रा का स्वागत एवं तीर्थकर की आरती उतारी गयी। मंदिर परिसर में भगवान के विग्रह को रथ पर से उतारकर भक्तोंने रजत नालकी पर विराजमान पर बधाई गीत गाया। तदउपरान्त भगवान पाश्र्वनाथ जी एवं चन्द्राप्रभु भगवान को रजत पाण्डुक शिला के कमल सिहासन पर विराजमान कराकर रजत कलशों से अभिषेक किया गया। विशेष पूजन मंत्रोच्चारण एवं शान्ति धारा भी की गयी। शोभायात्रा का संयोजक रत्नेश जैन एवं राजेश भूषण जैन ने किया। आयोजन में प्रमुख रूप से समाज के अध्यक्ष दीपक जैन, महामंत्री अरूण जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन, विनोद जैन, आरसी जैन, समाज मंत्री तरूण जैन, विजय जैन, निशान्त जैन, विशाल जैन उपस्थित थे। सायंकाल भगवान का झलनोत्सव, सांस्कृतिक आयोजन एवं आरती की गयी।