- नई दिल्ली चक्रवाती तूफान टाक्टे (Cyclone Tauktae) का असर अब उत्तर भारत के मौसम पर दिखने लगा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हल्की बारिश हो रही है। वहीं उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा के कई इलाकों में भी रुक-रुककर बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग (IMD) ने उत्तर भारत के अधिकतर इलाकों में 19 और 20 मई को बारिश होने और मौसम बदलने का अनुमान जताया है। मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के संपर्क में आने के कारण उत्तराखंड में बारिश होने का अनुमान है। हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा पश्चिमी राजस्थान में अगले 24 घंटे में भारी से बेहद भारी बारिश हो सकती है।
दिल्ली में अगले तीन दिन बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है। एनसीआर के अधिकांश शहरों में आज मध्यम बारिश का अनुमान है। मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि महाराष्ट्र और गुजरात में तबाही मचाने वाले चक्रवाती तूफान ताउते का असर दिल्ली और राजस्थान में भी देखने को मिलेगा। इस वजह से अगले 3 दिनों तक दिल्ली-एनसीआर में बारिश होगी।
यूपी के इन जिलों में झमाझम बारिश
टाक्टे तूफान का असर लगभग भारत के सभी राज्यों में देखा जा रहा है। इसका असर अब उत्तर भारत के भी मौसम में दिखने लगा है। जहां यूपी के कई जिलों में मंगलवार को बारिश हुई तो वहीं बुधवार को भी बारिश होती रही है। यह सिलसिला यूपी के कई जिलों में रुक-रुककर चलता रहा। मौसम विभाग ने पहले ही 19 और 20 मई को बारिश की संभावना जताई थी। बुधवार सुबह से लखनऊ, बाराबंकी, गाजियाबाद, सहारनपुर, मथुरा, प्रतापगढ़, अयोध्या, वाराणसी, हमीरपुर, प्रयागराज, कासगंज और बस्ती में बारिश हो रही है। कई जिलों में झमाझम बारिश हो रही है तो कई जिलों में रुक-रुक कर बारिश जारी है। बारिश होने से मौसम सुहाना हो गया है। बारिश होने से मौसम ठंडा हो गया है। वहीं, कई जिलों से सरकारी क्रय केंद्र पर गेहूं भीगने की खबर सामने आ रही है। इससे कई क्विंटल गेहूं खराब होने की आशंका है। पश्चिमी विक्षोभ और ताउते तूफान के असर से मंगलवार को शहर समेत पूरे प्रदेश में मौसम सुहाना रहा। इस बीच गुरुवार को यूपी में बारिश के साथ 30 से 40 किमी की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
राजस्थान में कमजोर हुआ साइक्लोन
अरब सागर से कम दबाव के साथ उठा तूफान प्रदेश की सीमा में प्रवेश के साथ आधी रात को मारवाड़ पहुंचा। मगर जिस बात को लेकर आशंका बनी थी वो नहीं रही, जिससे आमजन सहित प्रशासन ने राहत की सांस ली है। मारवाड़ तक पहुंचते पहुंचते तूफान सुस्त पड़ गया। हालांकि मंगलवार को शुरू हुआ बारिश का दौर बुधवार की दोपहर तक थम गया। बादलों का डेरा अब भी बना हुआ है और हवा की गति भी अब धीमी होने लगी है। रात भर से चली आ रही बारिश और तेज हवाओं से कई जगहों पर पेड़ पौधे उखड़ गए और कुछेक स्थानों पर बिजली तारों को भी नुकसान पहुंचा है।
इन राज्यों में बारिश का पूर्वानुमान
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों, दिल्ली, उत्तर पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, केरल, तटीय कर्नाटक और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। उत्तर पूर्व भारत, आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, आंतरिक तमिलनाडु, कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा के अलग-अलग हिस्सों, दक्षिण पूर्व राजस्थान, मध्य प्रदेश, लक्षद्वीप में एक या दो तेज बारिश के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। शेष हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, गुजरात क्षेत्र के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना है।
टाक्टे से गुजरात में मरने वालों की तादाद 45 हुई
चक्रवात टाक्टे के गुजर जाने के बाद अब गुजरात व दीव में तबाही के मंजर सामने आ रहे हैं। मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 45 हो गया वहीं खेती व फलों के बागों को भारी नुकसान हुआ है। 30 लाख टन नमक भी पानी में बह गया वहीं पर्यटन स्थल दीव भी उजाड़ नजर आने लगा है। मुख्यमंत्री रुपाणी ने मृतकों को चार-चार लाख व घायलों को 50-50 हजार की सहायता की घोषणा की है। वे गुरुवार को सौराष्ट्र के प्रभावित जिलों का हवाई निरीक्षण करेंगे।