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तेलंगाना के सीएम KCR की बेटी के कविता का हमला, बोलीं- चुनावी राज्यों में मोदी से पहले पहुंचती है ED


नई दिल्ली, । दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में भारत राष्ट्र समिति (BRS) की नेता और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता का नाम भी सामने आया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें पेशी के लिए भी बुलाया है। उधर, कविता ने ईडी दफ्तर में पेशी से पहले केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।

किस बात की जल्दी में ईडी?

कविता ने गुरुवार दोपहर इस सिलसिले में एक प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक को लेकर दिल्ली में भूख हड़ताल को लिए हमने 2 मार्च को एक पोस्टर जारी किया था। भूख हड़ताल में 18 दलो के नेता शामिल होने वाले हैं। ईडी ने मुझे 9 मार्च को बुलाया। मैंने उन्हें 16 मार्च के लिए अनुरोध किया था, लेकिन पता नहीं वे किस जल्दबाजी में हैं। इसलिए मैंने 11 मार्च के लिए हामी भर दी है। हम ईडी का सामना करेंगे, हमने कुछ भी गलत नहीं किया है।

घर पर पूछताछ के अनुरोध को नहीं माना

कविता ने आगे कहा कि जब कोई एजेंसी किसी महिला से पूछताछ करना चाहती है, तो उसका मौलिक अधिकार है कि पूछताछ उसके घर पर की जाए। इसलिए, मैंने ईडी से अनुरोध किया कि वे 11 मार्च को मेरे घर पूछताछ के लिए आ सकते हैं, लेकिन उन्होंने इससे इन्कार कर दिया।

चुनावी राज्यों में मोदी से पहले पहुंचती है ईडी

उन्होंने आगे कहा कि हम ईडी के साथ हैं उनका समर्थन करते हैं। हम अगर तेलंगाना को देखें तो पिछले जून महीने से केंद्र सरकार लगातार एजेंसियों को तेलंगाना भेज रही थी, वह इसलिए क्योंकि वहां चुनाव थे। इनकी यही आदत है जहां भी चुनाव है वहां मोदी से पहले ईडी पहुंच जाती है।

सोनिया गांधी की तारीफ

कविता ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि केंद्र में गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने के बावजूद महिला आरक्षण विधेयक का समर्थन करने के लिए मैडम सोनिया को सलाम करती हूं। मैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से अनुरोध करती हूं कि वह महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराना सुनिश्चित करें।

अहंकार छोड़े कांग्रेस

इसके अलावा कविता ने पीएम मोदी से कीमतों को कम करने, अधिक सब्सिडी और नौकरियां देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हम जैसे लोगों को प्रताड़ित करके आपको क्या मिलेगा? कविता ने कहा कि हमारा मानना है कि सभी विपक्षी दलों को एक साथ आना होगा। आपको कांग्रेस से उसके रुख के बारे में पूछना होगा। कांग्रेस कब अपना अहंकार छोड़कर वास्तविकता का सामना करेगी?