नयी दिल्ली, । भाजपा दक्षिणी राज्यों में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के इरादे से दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दो जुलाई से तेलंगाना के हैदराबाद में करेगी। हाल के वर्षों में दक्षिण के राज्यों में पार्टी ने तेजी से बढ़त हासिल की है। पांच साल के अंतराल के बाद राष्ट्रीय राजधानी के बाहर भाजपा की प्रमुख निर्णय लेने वाली संस्था की यह पहली शारीरिक बैठक होगी।
2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद दक्षिणी राज्यों में यह तीसरी बैठक होगी। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्रियों और पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित सभी शीर्ष नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है।
इससे पहले पार्टी ने 2015 में बेंगलुरु (कर्नाटक) और 2016 में कोझीकोड (केरल) में दो राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठकें की थीं। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हैदराबाद में उस समय हो रही है, जब पार्टी राज्य में और अधिक पैठ बनाने की कोशिश कर रही है, जबकि के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ टीआरएस भी राष्ट्रीय स्तर पर भगवा पार्टी को चुनौती देने के लिए गठबंधन करने पर काम कर रही है।
तेलंगाना में लोगों तक पहुंचने के उद्देश्य से भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष बी संजय कुमार पहले ही दो चरणों में राज्यव्यापी मार्च ‘प्रजा संग्राम यात्रा’ कर चुके हैं। इसमें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया था। ज्ञात हो कि भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में देश भर के नेता शामिल हैं। अपने प्रमुख निकाय की बैठक में पार्टी प्रस्ताव पारित करती है और भविष्य की कार्रवाई का फैसला करती है।