मुंबई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली को लेकर आमने-सामने होने से बचने की सलाह दी। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोही धड़े दोनों ने पार्टी की वार्षिक दशहरा रैली के लिए यहां शिवाजी पार्क मैदान की मांग की है। इस मुद्दे के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर पवार ने कहा, “एक मुख्यमंत्री को टकराव से बचना चाहिए और सभी को साथ लेकर चलना चाहिए।” 1966 में बाल ठाकरे द्वारा स्थापित शिवसेना अपनी स्थापना के बाद से दशहरा रैली कर रही है।
शिंदे ने इस साल जून में उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया, जिसके कारण शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की ठाकरे के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार गिर गई। पवार की सलाह के बारे में पूछे जाने पर शिंदे गुट के प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने ठाकरे परिवार के साथ पिछले आमने-सामने की लड़ाई का जिक्र किया।
म्हस्के ने पूछा, “जब तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भोजन करते समय केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को गिरफ्तार कर लिया, तो क्या पवार ने ठाकरे को टकराव से बचने की सलाह दी थी? जब शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे शिंदे के खिलाफ टिप्पणी करते है, तो क्या पवार उनसे पूछते हैं संयम बरतने के लिए?”
बता दें दशहरा इस साल 5 अक्टूबर को मनाया जाएगा। उद्धव ठाकरे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि शिवसैनिकों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों से शिवाजी पार्क आने की तैयारी शुरू कर दी है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “शिवसेना की वार्षिक सभा शिवतीर्थ शिवजी पार्क में होगी।” बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) पर 1997 से इस साल मार्च तक शिवसेना का नियंत्रण रहा। नागरिक निकाय वर्तमान में एक प्रशासक द्वारा शासित है।
वही दूसरी तरफ आदित्य ठाकरे ने कहा, “शिवसेना मुंबई में अपनी वार्षिक दशहरा रैली आयोजित करने की अनुमति मांग रही है, लेकिन अधिकारी हमारे आवेदन को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। यह एक दमनकारी सरकार है।”