नई दिल्ली । श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। इस बार इसकी वजह सोशल मीडिया पर उनका श्रीलंका की क्रिकेट टीम को बधाई देना है। दरअसल, गोटाबाया राजपक्षे ने हाल ही में सोशल मीडिया पर अपनी वापसी की है। उन्होंने ट्विटर पर श्रीलंका की क्रिकेट टीम को दुबई में खेले गए एशिया कप के फाइनल मैच में पाकिस्तान पर धमाकेदार जीत पर बधाई दी है।
गोटाबाया का ट्वीट
अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि श्रीलंका की टीम ने जीत कर टीम वर्क का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। ये जीत न भुलाने वाली है। सोशल मीडिया पर उनके ट्रोल होने की वजह यही है। दरअसल, उन्होंने ये ट्वीट अपने उस आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से किया है जो उनके राष्ट्रपति के समय का है। इसी वजह से वो ट्रोल भी हुए हैं। लोगों को उनका सोशल मीडिया पर इस तरह से वापस आना पसंद नहीं आ रहा है। बता दें कि देश की आर्थिक बदहाली के लिए देश की जनता उन्हें ही सबसे बड़ा दोषी मानती है। ऐसे में उनकी स्वदेश वापसी भी लोगों को रास नहीं आई है।
श्रीलंका में दो लोग ट्विटर पर खुद को बता रहे राष्ट्रपति
उन्होंने देश के 7वें राष्ट्रपति के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर ये बताने की कोशिश की है कि वो पूर्व राष्ट्रपति नहीं है। ये देखने में बेहद अजीब है कि सोशल मीडिया साइट टि्वटर पर श्रीलंका के दो लोग रानिल विक्रमसिंघे और गोटाबाया राजपक्षे को राष्ट्रपति दिखाया जा रहा है। रानिल विक्रमसिंघे के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर जहां President of the Democratic Socialist Republic of Sri Lanka and Leader of UNP लिखा हुआ दिखाई दे रहा है वहीं गोटाबाया राजपक्षे के आधिकारिक अकाउंट पर Official Twitter Account of the 7th Executive President of Sri Lanka दिखाई दे रहा है। खास बात ये है कि उनक ये आफिशियल ट्विटर अकांउट उनके पद से इस्तीफा देने के बाद भी चालू है।
2 सितंबर को स्वेदश वापस आए थे गोटाबाया
73 वर्षीय गोटाबाया 2 सितंबर को अपनी पत्नी के साथ थाईलैंड से स्वदेश वापस आए थे। फिलहाल वो कड़ी सुरक्षा के बीच कोलंबो के एक होटल में हैं। अप्रैल के मध्य में सवा 2 करोड़ की जनसंख्या वाले इस देश ने गंभीर आर्थिक चुनौतियों के बाद खुद को बदहाल घोषित कर दिया था। इससे गुस्साई जनता ने पीएम और राष्ट्रपति के आवास को आग तक लगा दी थी। गोटाबाया 13 जुलाई को हिंसक प्रदर्शनों के बाद श्रीलंका से मालदीव भाग गए थे। वहां से वो सिंगापुर और फिर थाईलैंड चले गए थे। गोटाबाया के स्वदेश वापसी से पहले और बाद में भी उनकी गिरफ्तारी की मांग उठ रही है। विपक्ष भी चाहता है कि उनके खिलाफ मामला चलाया जाए। यदि वो दोषी पाए जाते हैं तो कानूनन उनकी राष्ट्रपति या पूर्व राष्ट्रपति के तौर पर मिली इम्यूनिटी खत्म हो जाएगी।
राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने दी टीम को बधाई
श्रीलंका की क्रिकेट टीम को राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने भी बधाई दी है। उन्होंने कहा कि देश के सामने जो चुनौतियां है उसके बाद धमाकेदार जीत दर्ज करना हमारी टीम की एकजुटता और उनकी एकाग्रता को दर्शाता है। उनके अलावा देश के प्रधानमंत्री दिनेश गुनावर्धने ने भी पाकिस्तान पर श्रीलंका की जीत को लेकर टीम को बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि श्रीलंका की क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान पर जीत दर्ज कर देश के उस आत्मविश्वास का प्रदर्शन किया है जो चुनौतियों से पार पाकर सफल होता है। गौरतलब है कि दुबई में खेले गए एशिया कप के फाइनल मैच को श्रीलंका ने 23 रनों से जीता है।