पटना राष्ट्रीय

दुनिया की नजर भारत के वैक्सीनेशन प्रोग्राम पर


पीएम मोदी ने की प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन की शुरुआत

नयी दिल्ली (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन की शुरुआत की। कोरोना के दौर का जिक्र किया। कहा- भारतीयों ने कोरोना जैसे मुश्किल दौर में जो सेवाभाव दिखाया, उस पर गर्व होता है। आज टी से लेकर टेक्सटाइल और थैरेपी तक दुनिया में भारत के प्रयासों की गूंज है।

दुनियाभर के लोगों ने ‘भारत को जानिए’ ट्वीट कॉम्पिटीशन में हिस्सा लिया है। ये बताता है कि भारत से जुड़ाव बढ़ रहा है। कॉम्पिटीशन में हिस्सा लेने वालों से मैं अपील करता हूं कि अगले बार और लोगों को जोड़ें। भारत में कभी पढ़ाई करने वाले भी इससे जुड़ें। भारत को जानने के लिए टेक्नोलॉजी ड्रिवन बहुत जरूरी है। विदेश में बसे भारत के लोगों ने जिस तरह अपना कर्तव्य निभाया, वो काबिले तारीफ है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रवासी भारतीयों ने बीते समय में पहचान को मजबूत किया है। बीते समय में कई हेड ऑफ स्टेट्स से बात हुई। उन लोगों ने कठिन समय में किस तरह सेवाभाव बनाये रखा, इससे गर्व होता है। आपके संस्कार दुनिया के हर कोने में दिख रहे हैं। जहां आप रह रहे हैं, वहां और भारत में भी कोरोना से लड़ाई में सहयोग दिया है। संत तिरुवल्लुवर ने तमिल में कहा था कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ भूमि वो है जो विरोधियों से भी बुराई नहीं करती और सबकी भलाई के लिए काम करती है। शांति का समय हो या संकट का, भारतीयों ने सबका डटकर मुकाबला किया है।

उन्होंने कहा कि भारत आज करप्शन को खत्म करने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है। पैसे आज सीधे लाभार्थी के खाते में पहुंच रहे हैं। टेक्नोलॉजी से गरीब को एम्पावर की चर्चा पूरे विश्व में हैं। पहले आशंकाएं जताई गयी थीं कि भारत अलग-अलग होने के चलते आजाद नहीं हो सकता, लेकिन ये गलत साबित हुआ। आजादी के बाद ये कहा गया कि यहां डेमोक्रेसी नहीं हो सकती। ये भी गलत साबित हुआ।

दशकों तक ये नरेटिव भी चला कि भारत अशिक्षित है। आज स्पेस के क्षेत्र में हमने नयी ऊंचाइयां हासिल की हैं। महामारी के दौरान भारत ने अपनी क्षमताएं दिखा दी हैं। जिस तरह देश दुनिया में खड़ा हुआ, उसकी मिसाल नहीं हैं। पीपीई किट, टेस्टिंग किट भारत बाहर से मंगाता था, आज हम इसे एक्सपोर्ट कर रहे हैं। हमारे यहां कोरोना का फैटेलिटी रेट सबसे कम है। हम दो-दो वैक्सीन ला रहे हैं। दुनिया आज भारत की वैक्सीन का इंतजार नहीं कर रही, उनकी हमारे वैक्सीनेशन प्रोग्राम पर भी नजर है।

करोड़ों भारतीयों के परिश्रम से जो प्रोडक्ट्स भारत में बनेंगे, जो सॉल्यूशन भारत में तैयार होंगे, उनसे पूरी दुनिया को लाभ होगा। वाई डब्ल्यू के बग के समय भारत ने कैसे दुनिया को मुक्त किया था, ये सबने देखा था। आज दुनिया को भारत पर भरोसा है तो इसमें प्रवासी भारतीयों का भी बड़ा योगदान है।

आप जहां भी गये, भारतीयता को साथ लेकर गये। आप भारतीयता से लोगों को जगाते रहे। फूड, फैशन, फैमिली वैल्यू का प्रसार किया। मेरा मानना है कि भारत का कल्चर दुनिया में लोकप्रिय हुआ जो मैगजीन से ज्यादा आपके व्यवहार से संभव हुआ। भारत ने कभी दुनिया में कुछ थोपने की कुछ कोशिश की है और ना ही ऐसा सोचा। आज जब भारत आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, तो इसमें आपका रोल भी अहम है। जब आप मेड इन इंडिया प्रोडक्ट्स यूज करेंगे तो आपके आसपास के लोगों में भी इन प्रोडक्ट्स पर विश्वास बढ़ेगा।

इस बार सम्मेलन का सब्जेक्ट ‘आत्मनिर्भर भारत में योगदान’ रखा गया है। इसके दो सत्र होंगे। पहले सत्र में विदेश और वित्त मंत्री अपनी बात रखेंगे। दूसरे सत्र में हेल्थ मिनिस्टर और विदेश राज्य मंत्री कोरोना के दौरान उपजी चुनौतियों पर बात करेंगे। इनमें हेल्थ, इकोनॉमी, सोशल एंड इंटरनेशनल रिलेशंस के मुद्दे शामिल होंगे। इसके बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का भाषण होगा। इस दौरान 2020-21 के लिए प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार के नामों की भी घोषणा की जायेगी।