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- परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
- तीन स्तर पर फोर्स के साथ मजिस्ट्रेट तैनात
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(आज शिक्षा प्रतिनिधि)
पटना। देश के परीक्षा बोर्डों में इंटरमीडिएट के बाद मैट्रिक की परीक्षा शुरू करने वाला बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पहला बोर्ड बना है। राज्य में 1,525 परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त के बीच गुरुवार को मैट्रिक की परीक्षा कदाचाररहित माहौल में शुरू हुई। हर परीक्षा केंद्र पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस के सशस्त्र जवान तैनात किये गये हैं। सब जोनल एवं जोनल स्तर पर भी मजिस्ट्रेट की तैनाती है।
प्रत्येक परीक्षा केंद्र को दो सौ मीटर की परिधि में परीक्षा संचालन की अवधि धारा-144 लागू है। परीक्षा केंद्रों के बाहर एवं अन्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे की नजर है। हर 500 परीक्षार्थी पर एक विडियोग्राफर तैनात हैं। सम्पूर्ण परीक्षा संचालन प्रक्रिया की विडियो रिकार्डिंग चल रही है। शिक्षा विभाग द्वारा हर जिले में तैनात नोडल अफसर द्वारा जिला स्तर पर परीक्षा संचालन की मॉनीटरिंग की जा रही है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का कंट्रोल रूम भी पल-पल की जानकारी ले रहा है।
परीक्षार्थियों के लिए कैलकुलेटर, मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, इयर फोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर प्रतिबंध है। वीक्षकों एवं कर्मियों के मोबाइल फोन पर भी बैन है। 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक तैनाती की गयी है। परीक्षार्थियों की तलाशी के बाद सभी वीक्षक इस आशय का घोषणा पत्र भर रहे हैं कि किसी भी परीक्षार्थी के पास आपत्तिजनक सामग्री नहीं पायी गयी है। हर जिले में छात्राओं के लिए चार मॉडल परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं, जहां दंडाधिकारी, वीक्षक सहित सभी सुरक्षाकर्मी भी महिलाएं हैं।
विद्यार्थियों के हित में सभी विषयों में 100 प्रतिशत अतिरिक्त प्रश्नों के विकल्प देने की व्यवस्था की गयी है। इसके तहत ऑब्जेक्टिव एवं सब्जेक्टिव दोनों तरह के प्रश्नों में जितने प्रश्नों के हल करने हैं, उससे दोगुने संख्या में प्रश्न पूछे जा रहे हैं। प्रत्येक पाली में 15 मिनट का आरंभिक समय परीक्षार्थियों को प्रश्नों को पढऩे व समझने के लिए दिये जा रहे हैं। मैट्रिक की परीक्षा ‘गणित’ से शुरू हुई है। इसमें बैठने के लिए 16,48,894 परीक्षार्थियों ने फॉर्म भरे हैं। इनमें 8,42,189 छात्र एवं 8,06,705 छात्राएं हैं।
आपको याद दिला दूं कि मैट्रिक की परीक्षा में पहली पाली की परीक्षा में सम्मिलित होने वाले परीक्षार्थी पूरी परीक्षा में पहली पाली की ही परीक्षा में शामिल होते हैं। इसी प्रकार दूसरी पाली की परीक्षा में सम्मिलित होने वाले परीक्षार्थी पूरी परीक्षा में दूसरी पाली की ही परीक्षा में शामिल होते हैं। इस बार 8,27,288 परीक्षार्थी पहली पाली की परीक्षा में बैठ रहे हैं, जिनमें 4,23,081 छात्र एवं 4,04,207 छात्राएं हैं। बाकी 8,21,606 परीक्षार्थी दूसरी पाली की परीक्षा में बैठ रहे हैं, जिनमें 4,19,108 छात्र एवं 4,02,498 छात्राएं हैं।