पटना, । बिहार सरकार की महत्वकांक्षी परियोजनाओं में शामिल 1710 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन अगुवानी-सुल्तागंज पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़कर गंगा नदी में विसर्जित हो चुका है। पिछले आठ साल से बन रहे इस पुल के गिरने के बाद लोगों के मन में यह सवाल है कि पुल बनने में और कितना समय लगेगा।
मंगलवार को डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि अगुवानी-सुल्तागंज महासेतु सीएम नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है और अपने तय समय सीमा के भीतर ही नए सिरे से पुल का निर्माण कराया जाएगा।
तेजस्वी ने कहा कि पुल बनाने वाली कंपनी एसपी सिंगला को राज्य सरकार ने शो कॉज नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जो पुल की राशि होगी वह कॉन्ट्रैक्टर पर आएगी।
वहीं, तेजस्वी ने एक बार फिर मामले से अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि जब पुल का पिलर नंबर 5 गिरा था, तब विपक्ष में रहते हुए मैंने ही इस मुद्दे को सबसे पहले उठाया था। गौरतलब है कि तेजस्वी ने पहले कहा था कि पुल के डिजाइन में ही फॉल्ट था।