- मऊ। वाराणसी-गोरखपुर नेशनल हाइवे विस्तारीकरण में एक करोड़ से अधिक रूपये के गबन में एक विद्यालय का फर्जी प्रबन्धक बनकर लेखपाल की मिली भगत से सरकार को चूना लगाने वाले नटवर लाल का सहयोग करने वाला उसका लंगोटिता यार भी ईओ डब्लू वाराणसी की टीम द्वारा दक्षिण टोला थाना के सहयोग से आज गिरफ्तार कर लिया गया।जिसने बैंक में नटवर लाल के पहचानकर्ता की भूमिका निभाई थी। गिरफ्तार अभियुक्त चंद्रजीत पुत्र सूबेदार निवासी बनौरा सुल्तानपुर थाना दक्षिण टोला अपने घर के पास ही लुका-छिपी करते पकङा गया।उल्लेखनीय है कि वर्ष 2016-17 में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 29 ( मऊ – गोरखपुर मार्ग ) विस्तारीकरण के कारण श्री ब्रह्म बाबा जूनियर हाईस्कूल हेमई अमिला तहसील घोसी मऊ की भूमि अधिग्रहित करने की कार्यवाही की गयी थी । विधिक प्रक्रिया के बाद अधिग्रहित भूमि के प्रतिकर स्वरूप सरकारी धन 1,01,37,712 रु 0 ( एक करोड़ एक लाख सैंतीस हजार सात सौ बारह रुपया ) का भुगतान प्रबन्धक श्री ब्रम्हा बाबा जूनियर हाईस्कूल के खाता में किया गया । परन्तु बबलू मौर्या पुत्र राजेन्द्र मौर्या निवासी जमीन फरेन्दा थाना कन्धरापुर जनपद आजमगढ के द्वारा श्री ब्रह्म बाबा जूनियर हाईस्कूल का फर्जी प्रबन्धक बनकर वर्ष 2017 में कार्पोरेशन बैंक मऊनाथ भंजन शाखा में कूटरचित दस्तावेजों केवाईसी , आधार कार्ड , पेन कार्ड आदि के आधार पर खोली गयी एकल चालू खाता में सरकारी धनराशि 1,01,37,712 रु 0 ( एक करोड़ एक लाख सैंतीस हजार सात सौ बारह रुपया ) प्राप्तकर सहअभियुक्तों के साथ मिलीभगत एवं दुरभिसंधि कर इस धनराशि को निकालकर गबन कर लिया गया है । इस घटना के सम्बन्ध में दिनांक 22.02.2018 को कार्पोरेशन बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबन्धक श्री दीपक सुमन के द्वारा थाना घोसी जनपद मऊ पर मु 0 अ 0 सं 0 66/18 धारा 419/420/467/468/471/409/193/120 बी भादवि एवं 13 ( 2 ) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का अभियोग पंजीकृत कराया गया । घोसी पुलिस के द्वारा नामजद अभियुक्त बबलू मौर्या पुत्र राजेन्द्र मौर्या निवासी जमीन फरेन्दा थाना कन्धरापुर जनपद आजमगढ को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्यवाही की जा चुकी है । प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए उत्तर प्रदेश शासन ने इस अभियोग की जांच विवेचना आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन वाराणसी को आवंटित किया । विवेचक ने मौखिक एवं अभिलेखीय साक्ष्य संकलन के पश्चात इस अभियोग में अभियुक्त बब्लू मौर्या के साथ – साथ लेखपाल मु ० फरीद पुत्र स्व . सुब्बा ग्राम घोघवा थाना खानपुर जनपद गाजीपुर एवं अन्य की संलिप्तता भी इस अभियोग में पाया । आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन ( ईओडब्लू ) वाराणसी के पुलिस अधीक्षक श्री डी . प्रदीप कुमार के द्वारा पुलिस उपाधीक्षक अखिलेश सिंह के निर्देशन में निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा , निरीक्षक विन्ध्यवासिनी मणि त्रिपाठी , मुख्य आरक्षी शशिकान्त सिंह , आरक्षी विनीत पाण्डेय , आरक्षी सुनील मिश्रा की एक टीम अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु गठित की गई थी । इस टीम के द्वारा 20/02/2021 को सांय काल इस घटना में संलिप्त लेखपाल मु ० फरीद पुत्र स्व . सुब्बा ग्राम घोघवा थाना खानपुर जनपद गाजीपुर को भी सरायलखन्सी थाना क्षेत्र मऊ से गिरफ्तार किया जा चुका है । गिरफ्तारी के संबंध में उपजिलाधिकारी घोसी को अवगत कराया गया । गिरफ्तार लेखपाल / अभियुक्त मु ० फरीद तत्कालीन समय में घोसी तहसील के हेमई अमला हल्के का लेखपाल था । जिसके द्वारा श्री ब्रम्ह बाबा जुनियर हाई स्कूल के प्रबन्धक का सी.सी. फार्म पर लगा फोटो , हस्ताक्षर , शपथ पत्र , हिस्सा प्रमाण पत्र , आधार कार्ड बैंक पासबुक आदि अभिलेखों को गलत ढंग से पहचान कर सत्यापित किया गया था।