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नतीजे आने से पहले भाजपा में घमासान; चार पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग


अलीगढ़। लोकसभा चुनाव में हार जीत का फैसला तो चार जून को होगा, लेकिन उससे पहले ही भाजपा में घमासान शुरु हो गया है।

 

जिलाध्यक्ष कृष्णपाल सिंह ने चार पदाधिकारियों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदेशध्यक्ष को पत्र लिखा है। ऐसे में विरोधी खेमा भी सक्रिय हो गया है। फिलहाल तो सभी ने चुप्पी साध रखी है, लेकिन आने वाले दिनों में पार्टी में आपसी रार और बढ़ सकती है।

इनके लिए लिखा पत्र

जिलाध्यक्ष कृष्णपाल सिंह ने जिन पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है, उनमें जिला उपाध्यक्ष धर्मेंद्र चौधरी, पूर्व जिला उपाध्यक्ष दीपक शर्मा उर्फ अन्नू आजाद, जिला कार्यालय मंत्री अमित चौधरी और जट्टारी से चेयरमैन का चुनाव लड़ चुके मनवीर चौधरी शामिल हैं। जिलाध्यक्ष ने पत्र में लिखा है कि उक्त पदाधिकारियों ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होकर पार्टी प्रत्याशी सतीश कुमार गौतम का विरोध किया। विरोधी पार्टियों के प्रत्याशियों का प्रचार प्रसार किया। अत : इनके खिलाफ अनुशासनहीनता व पार्टी विरोधी कार्य करने के कारण कठोर कार्रवाई की जाए।

जिलाध्यक्ष और सांसद पर हो कार्रवाई : मनवीर

मनवीर चौधरी ने कहा है कि जिलाध्यक्ष को अब विरोध की बात क्यों याद आ रही है? सांसद और जिलाध्यक्ष बता दें कि निकाय चुनाव में उन्होंने किसका साथ दिया। इन्होंने मेरा ही विरोध किया। जिलाध्यक्ष अपने गांव में ही सांसद को जिताकर दिखा दें। इस चुनाव में मेरे लिए समाज के लोगों का दवाब आया था। मेरे लिए जाति पहले है, पार्टी बाद में।

खैर, जट्टारी और पिसावा में अपने प्रत्याशी हरवा दिए : अन्नू आजाद

अन्नू आजाद ने कहा है कि सांसद और जिलाध्यक्ष की वजह से निकाय चुनाव में खैर, जट्टारी और पिसावा में पार्टी प्रत्याशी हारे। विरोधी प्रत्याशियों को चुनाव लड़ाया था। 2017 के चेयरमैन के चुनाव में मेरा विरोध किया। जिलापंचायत के चुनाव में जिलाध्यक्ष के भाई के बेटे की बहू पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ निर्दली चुनाव लड़ी। योगी-मोदी के लिए मैं हमेशा समर्पित रहा हूं। सांसद की नीतियां ठीक नहीं हैं।

भाजपा का सच्चा सिपाही : धर्मेंद्र

धर्मेंद्र चौधरी ने कहा है कि मैं भाजपा का सच्चा सिपाही हूं। मेरे पूरे परिवार ने भाजपा को वोट दिया और निष्पक्ष होकर प्रचार किया है। मेरे बूथ पर भाजपा भारी बहुमत से जीतेगी। मैं पहले से ही जिलाध्यक्ष की दावेदारी में था। इसी के चलते भाजपा जिलाध्यक्ष मुझसे ईष्र्या करते हैं। इसलिए झूठे आरोप लगा रहे हैं।

प्रदेश अध्यक्ष से ऊपर न समझें : अमित

अमित चौधरी ने कहा है कि जिलाध्यक्ष स्वयं को प्रदेश अध्यक्ष से ऊपर समझ रहे हैं। कभी वह निष्कासन का पत्र जारी कर देते हैं तो कभी कार्रवाई की संस्तुति का। उन्हें इस कार्रवाई का अधिकार ही नहीं हैं। एक जनप्रतिनिधि के कहने पर हड़बड़ी में ऐसा किया जा रहा है।

सांसद जीत रहे हैं, हराने में जुटे रहे नेता क्या इस्तीफा देंगे : शिवनारायण

भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवनारायण शर्मा ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट जारी कर संगठन के अंदर चुनाव से पहले क्या चला उसे सामने लगा दिया है। पोस्ट से ऐसा लग रहा है कि पार्टी में चुनाव के दौरान सबकुछ सही नहीं चल रहा था। अपने नेता ही पार्टी प्रत्याशी को हराने का काम कर रहे थे।

पोस्ट में भाजपा नेता ने ऐलान भी किया कि चुनाव तो सांसद सतीश गौतम जीत रहे हैं। भाजपा के साथ गद्दारी व भीतर घात करने वाले नैतिकता के आधार पर क्या इस्तीफा देंगे। भाजपा संगठन को भी पार्टी से निष्कासन के लिए लिखना चाहिए।

शिवनारायण शर्मा ने पोस्ट में लिखा है कि मतदान के दो दिन बाद बूथ वाइज मंथन करने के बाद मैं निश्चित रूप से कह सकता हूं कि भाजपा के निष्ठावान एवं निस्वार्थ कार्यकर्ताओं के परिश्रम से अलीगढ़ लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी सतीश गौतम जीत की हेट्रिक लगाने जा रहे हैं। आप सभी भाजपा के बफादार, निष्ठावान व निस्वार्थ भाव से कार्य करने वाले सभी कार्यकर्ताओं एंव समर्थकों को जीत की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।

अनुरोध भी किया कि इस बधाई को भाजपा के गद्दार, भीतर घात करने वाले जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता स्वीकार न करें। जो मंचों से भाजपा को अपनी मां बताते हैं और उसी मां समान भाजपा के साथ गद्दारी करते हैं। भाजपा के साथ गद्दारी करने वाले नैतिकता के आधार पर क्या भाजपा से त्याग पत्र देंगे?