नवादा। अवैध अभ्रक खदानों में आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। एक बार फिर बड़ा हादसा हुआ है। अवैध अभ्रक माइंस पर एक्सप्लोसिव विस्फोट में 50 वर्षीय जितेन्द्र मांझी की मौत हो गई है। मजदूर की मौत के बाद अभ्रक माफियाओं द्वारा शव को आनन-फानन में फगुनी माइंस से हटाया गया।
50 वर्षीय जितेन्द्र मांझी सवैयाटांड़ पंचायत के टिटहियां गांव का रहने वाला था। वहीं, गंभीर रूप से घायल हुए दोनों मजदूरों को माइंस में काम कराने वाले अभ्रक माफिया प्रसादी ने इलाज के लिए झारखंड के झुमरीतिलैया के एक निजी नर्सिंग होम भेज दिया है। घायल मजदूर में से एक झारखंड के डोमचांच थाना क्षेत्र के चौधरीडीह गांव का रहने वाला है। दूसरे मजदूर की पहचान अब तक नहीं हो पाई है।
एक्सप्लोसिव से अभ्रक माइंस में विस्फोट करने की तैयारी चल रही थी, लेकिन इसी बीच अचानक विस्फोट हो गया। जिससे मौके पर मौजूद 50 वर्षीय मजदूर जितेन्द्र मांझी की मौत हो गई और दो लोग घायल हैं। हालांकि सूचना के बाद थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर दरबारी चौधरी एसटीएफ जवानों के साथ माइंस पहुंचे। उन्होंने मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।