हिंदी-उर्दू रंगमंच के जाने-माने निर्देशक और अभिनेता एस.एम अजहर आलम का मंगलवार सुबह कोरोना से कोलकाता के अस्पताल में निधन हो गया। वह 50 वर्ष के थे और पिछले दो सप्ताह से अस्पताल में भर्ती थे।
19 जनवरी 1971 में जन्मे अजहर आलम के परिवार में उनकी रंगकर्मी पत्नी उमा झुनझुनवाला के अलावा एक पुत्र और पुत्री है। श्रीमती झुंझुनवाल और उनके परिवार के लोग भी कोरोना से ग्रस्त है और अस्पताल में भर्ती है।
कोलकाता के मौलाना आजाद कॉलेज में उर्दू के प्रोफ़ेसर अजहर आलम को गत माह दिल्ली में प्रतिष्ठित नटरंग सम्मान से सम्मानित किया गया था।
नटरंग प्रतिष्ठान की प्रमुख रश्मि बाजपाई और कोलकाता की नीलांबर संस्था के प्रमुख यतीश कुमार, वरिष्ठ रंगकर्मी सुरेश शर्मा, ओम पारीक, ऋषिकेश सुलभ ज्योतिष जोशी ने अजहर आलम के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। अजहर ने अपने कैरियर में करीब 50 नाटकों में काम किया था और उर्दू में सात नाटकों का रूपंतर और लेखन भी किया था। उन्होंने उर्दू थियेटर परंपरा विषय पर पीएचडी की थी तथा 1960 के बाद उर्दू नाटकों के अनुवाद विषय पर पोस्ट डॉक्टोरल भी किया था।
उनके चर्चित नाटकों में ‘चेहरे’ और ‘रूहें’ है जिसका मंचन देश के विभिन्न शहरों में हुआ था। उन्होंने देश के विभिन्न शहरों में होने वाले प्रमुख नाट्य महोत्सवों में भी हिस्सा लिया था।