पटना

नालंदा में अब तक 7 लाख 59 हजार 572 लोगों का हुआ कोविड जांच


      • 8388 मिले पॉजिटिव और अब तक 41 की हुई मौत
      • 16 मार्च से 31 मार्च तक जिले में 39515 लोगों का किया गया कोविड जांच जिसमें 30 मिले पॉजीटिव
      • रेलवे स्टेशन, बस पड़ाव तथा टूरिस्ट स्पॉट से उठाया जा रहा रैंडम सैंपल

बिहारशरीफ (आससे)। जिले में कोरोना टेस्ट बढ़ाया गया है साथ ही कोविड केसों पर लगातार मॉनिटरिंग बढ़ा दी गयी है। बस स्टैंड एवं रेलवे स्टेशन पर कोविड टेस्ट जारी है। 16 मार्च से सरकार के निर्देश पर कोविड की कड़ाई से मॉनिटरिंग शुरू हुई है। वजह यह रही कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में कोविड केस बढ़े है। ऐसे में होली जैसे त्योहार में लोगों के आने-जाने से संक्रमण फैलने की संभावना थी, जिसे रोकने के लिए मुख्य बस पड़ावों तथा रेलवे स्टेशन पर कोविड सैंपल लेना शुरू किया गया था।

जिले में आरटीपीसीआर से प्रतिदिन 1600 जांच के लिए सैंपल लेना था, जबकि ट्रू नेट से 125 सैंपल रोज लिया जाना था। इसके अलावे एंटीजन किट के माध्यम से भी प्रतिदिन सैंपल एकत्रित किया जा रहा था। जिले में 16 से 25 मार्च तक आरटीपीसीआर से 14313 लोगों का सैंपल जांच किया गया, जबकि उसके बाद प्रतिदिन लक्ष्य से अधिक लोगों का सैंपल लिया जाता रहा।

इसी प्रकार ट्रू नेट के माध्यम से 16 से 25 मार्च तक 11636 लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया, जबकि बाद की तिथियों में लगभग 3900 सैंपल जांच के लिए भेजा गया। इस दौरान आज तक कुल 33 लोग कोरोना संक्रमित पाये गये, जिसके तहत 11 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया गया। विभिन्न बस पड़ावों एवं रेलवे स्टेशन तथा पर्यटक स्थलों पर भी रैपिड टेस्ट के माध्यम से जांच की प्रक्रिया जारी है।

इस प्रकार अब तक जिले में कुल 7 लाख 59 हजार 572 लोगों का कोविड जांच किया जा चुका है, जिसमें 8388 लोग संक्रमित मिले थे। इसमें 7971 लेाग नालंदा जिले के थे। 417 लोग दूसरे जिलों के थे, जिसमें 8314 लोग ठीक हो चुके है। जबकि 41 लोगों की मौत कोविड से हुई है। और अभी भी 33 एक्टिव केस है, जिसमें 30 केस नालंदा जिला का है और सभी को होम आइसोलेशन में रखा गया है।