पटना

नालंदा में शिक्षक नियोजन में बरती गयी अनयमितताएं आने लगी सामने


      • अस्थावां के ओईयाव एवं गिलानी में दो अभ्यर्थी का सीटीईटी प्रमाण पत्र डिजिटल लॉकर से स्कैन में पाया गया फर्जी
      • अस्थावां के सारे में काजल तथा डुमरावां में पूनम के नाम पर फर्जी अभ्यर्थियों ने कराया काउंसेलिंग जिस पर कार्रवाई का निर्देश

बिहारशरीफ (आससे)। नालंदा जिले में शिक्षक नियोजन में बरती गयी अनियमितताएं सामने आने लगी है। यही वजह है कि रोज शिकायतें बढ़ रही है। पहले भी आरोप लगता रहा है कि अधिक मार्क्स वाले लोगों को जबरन दरकिनार कर कम अंक वाले लोगों को काउंसेलिंग कर उन्हें नियोजित किया गया। इसमें कोई दो राय नही कि इस गोरखधंधे में नियोजन इकाई के अधिकारियों की मिलीभगत रही है, लेकिन जब शिकायतें मिलने लगी है तो कार्रवाई भी शुरू हो गयी है। एक-एक कर काउंसेलिंग के बाद नियोजित हुए शिक्षकों का नियोजन रद्द होने लगा है।

नालंदा के जिला शिक्षा पदाधिकारी केशव प्रसाद ने पंचायत सचिव सह सदस्य सचिव, पंचायत नियोजन इकाई गिलनी एंव ओईयाव प्रखंड अस्थावां को पत्र लिखकर दो शिक्षकों का मामला सामने लाया है अैर कहा है कि काउंसेलिंग की तिथि 12 जुलाई निर्धारित थी। अंतिम रूप से चयनित अभ्यर्थियों को शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र अधोहस्ताक्षरी कार्यालय को उपलब्ध कराया गया था। आपके द्वारा उपलब्ध कराये गये सीटीईटी/टीईटी प्रमाण पत्र का मिलान डिजीलॉकर से कराने पर प्रथम दृष्टया गलती पायी गयी है। ओईयाव नियोजन इकाई के अभ्यर्थी अजीत सिंह, पिता वशिष्ठ सिंह का डिजिलॉकर से स्कैनकर पर डाटा अप्राप्त पाया गया और सीटीईटी अंक पत्र ही गलत पाया गया। इसी प्रकार गिलानी नियोजन इकाई के प्रियंका पांडेय, पिता विजयी लक्ष्मी पांडेय का भी प्रमाण पत्र डिजीलॉकर से स्कैन करने पर नहीं पाया गया। इस आलोक में चयनित संबंधित अभ्यर्थी का काउंसेलिंग रद्द कर दिया गया है।

इसी प्रकार जिला शिक्षा पदाधिकारी ने पंचायत नियोजन इकाई सारे, अस्थावां को पत्र लिखकर कहा है कि काजल कुमारी, पिता जयदेव प्रसाद गुप्ता, ग्राम पोस्ट बाढ़ जिला-पटना द्वारा आवेदन देकर यह बताया गया है कि मेरे ही नाम से अन्य अभ्यर्थी काजल कुमारी के द्वारा पंचायत नियोजन इकाई सारे में काउंसेलिंग करायी गयी, जबकि उक्त छात्र दरखा पंचायत नियोजन इकाई प्रखंड अलीगढ़, जिला मुंगेर में काउंसेलिंग कराकर चयनित हुई। इनके द्वारा प्राप्त पत्र के आलोक में 27 जुलाई को सुनवाई की गयी। सुनवाई की तिथि में दिये गये प्रतिवेदन में यह स्पष्ट हो गया कि फर्जी तरीके से यहां नियोजन हुआ है। इस आलोक में काजल कुमारी नामक नियोजित अभ्यर्थी का नियोजन रद्द किया गया।

इसी प्रकार डुमरावां, अस्थावां पंचायत नियोजन इकाई में पूनम कुमारी, पिता स्व. नवल किशोर, ग्राम-गोदनगाछी, वार्ड संख्या 5 मोकामा, पटना के द्वारा आवेदन दिया गया कि मेरे नाम के अभ्यर्थी पूनम कुमारी द्वारा पंचायत नियोजन इकाई डुमरावां में काउंसेलिंग करायी गयी, जबकि 08 जुलाई को वह प्रखंड नियोजन इकाई घोसवरी जिला पटना में काउंसेलिंग कराकर चयनित हुई। इस आलोक में जांच में पाया गया कि डुमरावां में जिस पूनम कुमारी की काउंसेलिंग हुई वह फर्जी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने चयनित अभ्यर्थी को चिन्हित कर उसपर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इसी प्रकार अस्थावां के सारे में नियोजित काजल कुमारी के विरुद्ध भी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।