नियुक्ति की मांग को लेकर इतिहास नागरिक शास्त्र विषय के अभ्यर्थियों का अनशन जारी
रांची। 8 अनुसूचित जिलों के इतिहास नागरिक शास्त्र विषय के अभ्यर्थियों का अनशन बुधवार को भी जारी रहा। सभी अभ्यर्थी 2 दिनों से सचिवालय प्रोजेक्ट बिल्डिंग के सामने अपने नियुक्ति की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। अभ्यर्थी मांग कर रहे हैं कि जब झारखंड सरकार 11 गैर अनुसूचित जिलों को नियुक्ति दे रही है। तो अनुसूचित जिले में यहां के आदिवासी मूलवासी अभ्यर्थियों के साथ दोहरा रवैया क्यों अपनाया जा रहा है। राज्य सरकार 2 सालों से सिर्फ आश्वासन ही दे रही है। सरकार और यहां के पदाधिकारियों को यह भी पता नहीं है कि 18000 शिक्षक बहाली में अनुसूचित जिलों के इतिहास, नागरिक शास्त्र विषय के 8 जिलों में नियुक्तियां नहीं हो पाई है। जबकि कार्मिक विभाग के लेटर में यह साफ झूठ लिख दिया जाता है। कि अनुसूची जिलों में भी इतिहास नागरिक विषय की नियुक्ति हो चुकी है। इसलिए गैर अनुसूचित जिलों में नियुक्तियां की जा रही हैं। अभ्यर्थियों को कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होगी। तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। अनशन में राजवीर चैधरी, अजय महतो, रामकिशोर काशी, सीमा तिर्की, बसंती मुंडा, कृपा सोरेन, बिंदिया कुजूर, लिली ग्रेश, दीप्ति
तिगा, रजनी नाग, जैन लीली टोप्पो, अनीता केरकेटा, सीमा तिर्की, प्रतिभा टोप्पो, पुष्पा खालको, रश्मी बारी, ललिता बारी, अनिता बिरुली, ज्योति शुंडी, सुचिता एक्का, नूतन किड़ो, अरुण महतो, खुदीराम हसदा, संजय टोप्पो, अमर केशरी, बबली कुमारी, चंद्रिका उरांव, बलराम महतो, आकाश शूंडी, अमूलया मिंज, आलोक लकड़ा एवं अन्य अभ्यर्थी शामिल थे।