पटना

नेचर सफारी के उद्घाटन के पश्चात- अलग-अलग अवयवों के अवलोकन के क्रम में वीहड़ जंगलों से भी गुजरे सीएम


      • सस्पेंशन ब्रिज और ग्लास स्काई वॉक पर चढ़कर देखा नजारा
      • जिप स्काई बाइकिंग को देखकर टॉप पर पहुंचे सीएम और बाइकिंग कर रहे युवाओं को किया प्रोत्साहित
      • नेचर सफारी पार्क में सीएम, डिप्टी सीएम सहित मंत्री, सांसद और विधायक ने किया वृक्षारोपण

बिहारशरीफ (आससे)। राजगीर नेचर सफारी का उद्घाटन करने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस बार अधिकारियों की टीम तो थी लेकिन कोरोना काल को देखते हुए अंदर जंगल में भीड़-भाड़ ना हो तथा ईको-टूरिज्म वाले स्थल अनावश्यक गाड़ियों का प्रवेश पॉल्यूशन न फैलाये इसका पूरा-पूरा ख्याल रखा गया था। यही वजह थी कि सीएम के साथ वैसे नेता, मंत्री और विधायक थे जिनका नाम प्रोटोकॉल के हिसाब से उद्घाटन समारोह में था। बाकी लोगों को स्वर्ण भंडार के पास ही सीएम के लौटने का इंतजार करना पड़ा। लगभग दो घंटे तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजगीर के नेचर सफारी के विभिन्न स्थलों को घूम-घूम कर देखते रहे और एक-एक अवयवों का उद्घाटन भी किया।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री को 11 बजे पहुंचना था। लगभग निर्धारित समय से ही सीएम वहां पहुंचे, जहां से जू सफारी और नेचर सफारी  देखने वाले मंगाये गये अत्याधुनिक वातानुकूलित वाहन से वे अंदर गये। लगभग छः किलोमीटर जंगल स्थित नेचर सफारी के उद्घाटन में पहुंचे मुख्यमंत्री के साथ बस इसी प्रकार के चार वाहन थे, जिसमें एक पर मुख्यमंत्री और उनके अधिकारी, दूसरे पर सुरक्षा कर्मी, तीसरे पर जिला स्तरीय पदाधिकारी तथा एक अन्य वाहन पर मीडिया कर्मी थे। एक वाहन पर 24 आदमी के बैठने की व्यवस्था थी।

मुख्यमंत्री सबसे पहले नेचर सफारी के मुख्य द्वार पर फीता काटकर नेचर सफारी का लोकार्पण किया और फिर वहां उन्होंने काउंटर पर जाकर इंट्री कार्ड लिया और अंदर पहुंचे। वहां से मुख्यमंत्री स्काई वॉक स्थल तक गये, जहां स्काई वॉक का लोकार्पण किया और फिर ग्लास ब्रिज पर चढ़कर जंगल का अवलोकन किया। वहां से पैदल हीं मुख्यमंत्री चलकर सस्पेंशन ब्रिज तक पहुंचे। सस्पेंशन ब्रिज का लोकार्पण किया और फिर उपमुख्यमंत्री तथा पर्यावरण एवं जलवायू परिवर्तन मंत्री के साथ स्काई ब्रिज पर भी पहुंचे। वहीं पर मुख्यमंत्री जिप लाइन और फ्रलाइंग फॉक्स को भी देखा। वहां से पैदल चलकर नेचर सफारी पार्क पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री काफी देर तक वीहड़ जंगलों में पैदल हीं चलते रहे। पार्क में उन्होंने एक पेड़ लगाया। उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, पर्यावरण एवं जलवायू परिवर्तन मंत्री नीरज कुमार सिंह, नालंदा सांसद कौशलेंद्र कुमार तथा राजगीर के विधायक कौशल किशोर ने भी वहां एक-एक पेड़ लगाये।

वहां से पेड़ लगाकर मुख्यमंत्री बैटरी चालित वाहन से जिप स्काई बाइकिंग स्थल तक गये। वहां जिप स्काई बाइकिंग देखा और फिर सीएम टॉप पर पहुंचकर जिप बाइकिंग कर रहे युवकों का हौसला अफजाई किया। यहां से सीएम वॉल क्लाइंबिंग, राइफल शूटिंग आदि का भी अवलोकन किया और लौट कर वापस कैफेटेरिया पहुंचे। जहां नेताओं के साथ हल्का अल्पाहार और चाय ली और मीडिया से बात की। पुनः बैटरी चालित गाड़ी से पार्क से बाहर पहुंचे और फिर जू-सफारी के वाहन से स्वर्ण भंडार तक पहुंचे।