उत्तर प्रदेश

पंतजलि के नाम पर बाबा रामदेव बंद करें व्यापार, भड़के बीजेपी सांसद बृजभूषण ने कहा- करेंगे देशव्यापी आंदोलन


दो दिन पहले बाराबंकी के एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने वहां मौजूद लोगों से अपने घर का भी इस्तेमाल करने की सलाह दी थी। सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था कि आप बाबा रामदेव का घी खाकर स्वस्थ नहीं हो सकते। सांसद के इस बयान पर पतंजलि  योगपीठ के निदेशक बालकृष्ण ने आपत्ति जताई थी और सांसद को फोन कर इस संबंध में एक बयान जारी करने का आग्रह किया था। बालकृष्ण के फोन आने के बाद गुरुवार की सुबह सांसद बृजभूषण शरण सिंह वजीरगंज के कोंडर गांव स्थित महर्षि पतंजलि की जन्मस्थली पर पहुंचे।‌ सांसद ने कहा कि वाह पतंजलि के किसी प्रोडक्ट पर सवाल नहीं खड़ा करते। पतंजलि का घी असली है या नकली इसकी जांच करने के लिए लैब बने हैं।‌ हालांकि महर्षि पतंजलि के नाम का इस्तेमाल बंद होना चाहिए। सांसद ने कहा कि जिन महर्षि के नाम पर बाबा रामदेव अरबों खरबों का व्यापार कर रहे हैं, उनके नाम पर मसाले से लेकर अंडरवियर और बनियान तक बेच रहे हैं, लेकिन इस स्थान के विकास के लिए उन्होंने एक पैसा खर्च नहीं किया। सांसद ने कहा कि मैं दुनिया को बताना चाहता हूं कि जिन महर्षि पंतजलि के नाम अरबों का व्यापार किया जा रहा है, उनकी जन्मस्थली उपेक्षा का शिकार है। सांसद ने सवाल किया कि गोंडा की धरती पर जन्म लेने वाले योग के प्रणेता महर्षि पतंजलि के नाम के इस्तेमाल का अधिकार आपको किसने दिया। सांसद ने कहा कि महर्षि पतंजलि के नाम के इस्तेमाल बंद होना चाहिए। आप अपने नाम से व्यापार करिए। उन्होंने चेतावनी दी अगर बाबा रामदेव ने महर्षि पतंजलि के नाम का इस्तेमाल बंद नहीं किया तो वह इस विषय को लेकर एक देशव्यापी आंदोलन खड़ा करेंगे। बाबा रामदेव के पतंजलि योगपीठ में बने प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने के सवाल पर सांसद ने कहा कि एक बार उन्होंने बाबा रामदेव के आश्रम में बने दंत मंजन का इस्तेमाल किया था, लेकिन उससे उनका दांत खराब हो गया था। उन्होंने बताया कि मंजन में लौंग का इस्तेमाल अधिक मात्रा में किया गया था। डॉक्टरों ने मंजन का इस्तेमाल बंद करने की सलाह दी। तब से उन्होंने उनके किसी भी प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं किया। बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मार्च में पतंजलि के जन्म स्थान के विकास को लेकर कई बार उनके मन में ख्याल आया, लेकिन वह उदासीन बन रहे, उन्होंने इस पर खेद भी जताया। अपनी गलती भी माना, इसके लिए उन्होंने पतंजलि योगपीठ के निदेशक बालकृष्ण को धन्यवाद दिया। सांसद ने कहा कि मैं सो रहा था, लेकिन बालकृष्ण के फोन में मुझे जगा दिया है, अब मैं चैतन्य‌ अवस्था में आ गया हूं। इस जन्मस्थली का विकास मेरी जिम्मेदारी है, जनता के सहयोग से यहां महर्षि पतंजलि के भव्य मंदिर का निर्माण कराया जाएगा।